पैरामाउंट की आखिरी एनिमेटेड फिल्म मिस्टर बग गोज़ टू टाउन, एक अमेरिकन और फ्लेशर स्टूडियो द्वारा निर्मित फिल्म, जो 13 फरवरी 1942 को रिलीज़ हुयी थी। इस फिल्म का निर्देशन डेव फ्लीशरके द्वारा हुआ है।
इस फिल्म का एनिमेशन बेमिसाल है और बच्चो के साथ साथ बड़ों को भी आकर्षित करता है। फिल्म के केरेक्टर डिज़ाइन बहुत ही पुराने दिखते हैं मगर यह 1930 के बेस्ट डिज़ाइन को दर्शाते हैं। 1 घंटे 18 मिनट्स की इस फिल्म में डिज्नी की फिल्मों की तरह की क्रिएटिविटी नहीं थी। मगर इस फिल्म को आलोचकों ने बहुत सराहा।
मिस्टर बग गोज़ टू टाउन’ फिल्म दिखाती है कि फ्लेशर्स इस तरह की फिल्में बनाने में बहुत सक्षम थे। मगर वह इस तरह की दूसरी फिल्म नहीं बना सके, क्योकि मिस्टर बग गोज़ टू टाउन’ प्रीमियर की तारीख पर्ल हार्बर पर हमले से सिर्फ दो दिन पहले की थी, और हमले के बाद इसकी रिलीज को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था। 1942 के मिड में जब इस फिल्म को स्क्रीनिंग मिली, तब तक फ्लेशर्स इस फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ चुके थे।
Story Line
फिल्म की कहानी शुरू होती है न्यूयॉर्क शहर से, जहाँ एक छोटे से बगीचे में कीड़ों का एक छोटा सा शहर बसा हुआ है। वहां पर बसने वाले कीड़ों को इंसानो की वजह से हमेशा अपना घर खोने का डर बना रहता है क्योकि कभी कोई माचिस की जली हुयी तीली से तो कभी वहां पर खेलने और कभी चलने से घर को बर्बाद कर देते हैं।
टिड्डा हॉपिटी बहुत दिनों के बाद अपने घर वापस आता है और देखता है कि उसका घर बदल गया है और श्रीमती लेडीबग का छप्पर वाला घर भी जल गया। यह सब देखकर हॉपिटी को थोडा सा अजीब लगता है और इस समस्या का हल ढूंढने की कोशिश करता है।
वहीँ दूसरी तरफ सी. बागले बीटल, एक बिज़नेसमेन है जो कि एक सुरक्षित जगह पर रहता है। और वह बंबल को और सभी को एक सुरक्षित स्थान देने का वादा करता है मगर उसकी जगह पर वह बंबल की बेटी हनी के साथ विवाह करने की शर्त रखता है। जिसको हॉपिटी अस्वीकार कर देता है क्योंकि हॉपिटी और हनी एक दूसरे से प्रेम करते हैं। मिस्टर बम्बल के द्वारा विवाह का प्रस्ताव ठुकराए जाने के बाद गुस्से में बीटल एक जलती हुयी सिगार को मिस्टर बम्बल की दुकान पर फेंक देता है। उसी समय हॉपिटी आग से दुकान को बचा लेता है।
इसके बाद बीटल कई बार हॉपिटी को मारने की नाकाम कोशिशें करता है। उसके बाद हॉपिटी और मिस्टर बम्बल नया घर खोजने के लिए जाते हैं। कुछ समय चलने के बाद उन्हें एक खूबसूरत बगीचा दिखता है जिससे वह प्रभावित होते हैं। और जब बगीचे के मालिक मैरी और डिक बंबल को पानी के कैन में डूबने से बचाते हैं, तो कीड़ों को यकीन हो जाता है कि इससे सुरक्षित स्थान उनको कहीं नहीं मिलने वाला। उसके बाद पूरा कीट गांव अपने नए घर की तरफ चल पड़ता है मगर रास्ते में बाढ़ आने के कारण सब कुछ बिखर जाता है और सभी लोग इसका दोष हॉपिटी को देते हैं।
उदास, हॉपिटी अपना बेग लेकर जाने लगता है तो वह डिक और मैरी की बातें सुन लेता है, जो अपने घर को बचाने के लिए उनके संगीत से आये हुए चेक का इंतज़ार करते हैं वरना यह घर बिक जायेगा और वहां पर एक गगनचुंबी इमारत बन जाएगी। हॉपिटी यह खबर गांव को देता है और सभी इंतज़ार करते हैं। एक दिन चेक भी आ जाता है मगर बीटल उसको छुपा देता है जिसकी वजह से डिक और मैरी के हाथों से घर निकल जाता है।
उसके बाद बीटल हॉपिटी का अपहरण कर लेता है और स्थिति का लाभ उठाते हुए बंबल और हनी को विवाह के लिए मना लेता है। वहीँ दूसरी तरफ हॉपिटी को चेक मिल जाता है और अंत में डिक और मैरी को उनका घर और सभी गांव वालों को रहने के लिए एक सुरक्षित जगह। हॉपिटी और हनी एक साथ होते हैं और बीटल अपने साथियों के साथ एक जाली की सलाखों में।
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