Movie Nurture:Parthiban Kanavu

Parthiban Kanavu (பார்த்திபன் கனவு) : ‘पार्थिबन का सपना’

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पार्थिबन कनवु सुपरहिट क्लासिक तमिल फिल्म जो 3 जून 1960 को साउथ सिनेमा में  रिलीज़ हुयी।  यह फिल्म तमिल के साथ साथ तेलुगु और सिंहल  में भी बनी और उतनी ही पसंद की गयी, जितनी कि तमिल में हुयी।  पार्थिबन कनवु का मतलब हिंदी में ‘पार्थिबन का सपना’ है। जिसका निर्देशन डी योगानंद ने किया था। यह फिल्म 1942 के एक ऐतिहासिक उपन्यास पार्थिबन कनवु पर आधारित थी, जिसे कल्कि कृष्णमूर्ति ने लिखा।

Movie Nurture:Parthiban Kanavu

Story Line – 

यह फिल्म 7 वी शताब्दी कि एक ऐतिहासिक कहानी है। और कहानी शुरू होती है चोल राजा पार्थिबन, जो एक बहुत ही दयावान और वीर राजा था।  मगर एक युद्ध में उनकी मृत्यु हो जाती है। और वह अपनी मृत्यु के साथ छोड़ जाते हैं एक अधूरी ख्वाइश और इच्छा कि पल्लवों से जल्द ही उनके राज्य को आज़ादी मिल जाये।  

यह जिम्मेदारी  राजा पार्थिबन का पुत्र राजकुमार विक्रमन  लेते हैं और अपने राज्य को पल्लवों से बचाने कि हर संभव कोशिश करते हैं। मगर कुछ समय बाद वह पल्लव राजा नरसिंहवर्मन द्वारा पकड़ा जाता है।  और नरसिंहवर्मन सजा स्वरुप राजकुमार विक्रमन को सैनिकों द्वारा एक छोटे से द्वीप पर अकेला छोड़ देते हैं।  

Movie Nurture:Parthiban Kanavu

जंगल में एक साधु सैनिकों द्वारा विक्रमन को ले जाते हुए देख लेता है। और लगातार वह साधु उसकी मदद करता रहता है।  उसके बाद  एक दिन विक्रमन साधु जी कीमदद से वहां से भागने में कामियाब होता है। और उसी बीच विक्रमन की मुलाकात  पल्लव राजा नरसिंहवर्मन की बेटी कुंधवी से होती है और दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगते हैं।  

Movie Nurture :Parthiban Kanavu

लुटेरों द्वारा पल्लव राज्य में हमला किया जाता है।  और वह कुंधवी का अपहरण करके ले जाते हैं।  कई प्रयास करने के बाद भी राजा अपनी पुत्री को नहीं बचा पाते हैं।  विक्रम को जब यह पता चलता है तो वह अपने राज्य जाने से पहले साधु की मदद से राजकुमारी को बचाकर लाता है।  पल्लव राजा विक्रमन की बहादुरी से बहुत प्रभावित होते हैं और अपनी बेटी का विवाह विक्रमन से करने का आग्रह करते हैं। 

पल्लव राजा अपनी बेटी देने के साथ साथ विक्रमन के राज्य को एक स्वतंत्र राज्य बनने का भी वादा करते हैं। अंत में विक्रमन अपने पिता के सपने को पूरा कर देते हैं और एक स्वतंत्र राज्य के राजा के रूप में राज्य करते हैं।

Movie Nurture:Parthiban Kanavu

Songs & Cast –

क्लासिक तमिल फिल्म में संगीत वेधा द्वारा दिया गया है।  इन गानों को लिखा है कन्नदासन, विन्धन और ए सुथुथाकसी ने । इस फिल्म का एक गाना ” पझागुम थमिज़े” जो वैजयंतीमाला और जेमिनी गणेशन पर फिल्माया गया था, आज भी उतना ही लोकप्रिय है जितना कि उस समय में था।  “वदिवरु थिरिसूलम थोंड्रम வேடரு திரிஸுலம் Tondram”, “इधाय वणिन மரியாதை”, “कन्नले नान कांडा கன்னேல் நான் கந்தா”, “मल्लीगई पू मारिकोलुंधु மல்லிகாய் புரி மாரிகோலந்த்”, “अंधी मायागुथड़ी குருட்டு மாயகுயரி”, “मुन्नम् अवनुदया नामम केतता முன்னம் நனுதியா நமமம் கேட்டதா”, “एंगल कुला समुद्धयम् கோணம் ருமோ”

फिल्म में जैमिनी गणेशन और वैजयंतीमाला ने विक्रमण और कुंडवी के किरदार को निभाया है।  और बाकि के कलाकारों ने जैसे एस वी रंगा राव (मामलार), रागिनी (वल्ली), टी एस बलैया (मारप्पा भूपति), पी एस वीरप्पा (गपला भैरवन), एस अशोकन (पार्थिबन), के  मलथी (अरुलमोझी ) अपना अभिनय बहुत सराहनीय किया है। 

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