याद है वो बचपन की दोपहर? पंखे की आवाज़, खिड़की से आती गर्म हवा, और टीवी पर चलती कोई ऐसी...
Read more1970 का दशक हो या आज का समय, राजेश खन्ना का नाम सुनते ही दिल में एक अजीब सी धड़कन...
Read moreसाल 1975, दक्षिण कोरिया में सैन्य तानाशाही का दौर। युवाओं के सपनों पर लोहे के जूते चल रहे हैं, विरोध...
Read more1971 का साल, जब पूर्वी पाकिस्तान में बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम की आग भड़क चुकी थी, और पश्चिम बंगाल की...
Read moreसाल 1975 भारतीय सिनेमा में ऐतिहासिक फिल्मों का दौर चल रहा था। हिंदी में "शोले" का जलवा था, तो दक्षिण...
Read moreक्या कोई फ़िल्म आपकी ज़िंदगी को बदल सकती है? अगर हाँ, तो रोमन पोलांस्की की "Chinatown" उन चंद फ़िल्मों में...
Read moreहिंदी फिल्म इंडस्ट्री, जिसे अक्सर बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है, सिनेमाई उत्कृष्टता का खजाना रही है। इसकी कई...
Read moreकन्नड़ फिल्म उद्योग, जिसे सैंडलवुड के नाम से जाना जाता है, ने दुनिया को कई सिनेमाई रत्न दिए हैं। उनमें...
Read moreपुराना बॉलीवुड संगीत खूबसूरत गानों से भरा एक ख़ज़ाना है जो हमें समय में वापस ले जाता है। ये गाने...
Read moreशोले (1975) भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर है। यह सिर्फ एक साधारण एक्शन फिल्म नहीं है,...
Read moreदुनिया की सबसे अनमोल फ़िल्में और उनके पीछे की कहानियाँ – सीधे आपके Inbox में!
हमारे न्यूज़लेटर से जुड़िए और पाइए क्लासिक सिनेमा, अनसुने किस्से, और फ़िल्म इतिहास की खास जानकारियाँ, हर दिन।
SUBSCRIBE
Movie Nurture एक ऐसा ब्लॉग है जहाँ आपको क्लासिक फिल्मों की अनसुनी कहानियाँ, सिनेमा इतिहास, महान कलाकारों की जीवनी और फिल्म समीक्षा हिंदी में पढ़ने को मिलती है।
© 2020 Movie Nurture
© 2020 Movie Nurture