क्लासिक फिल्में

Movie Nurture: हिदेको ताकामाइन

गर्मी की एक सुबह, टोक्यो की सड़कों पर चलते हुए, एक युवती ने स्टूडियो के गेट पर खड़े होकर सपने देखे होंगे। उसकी आँखों में चमक थी, मगर चेहरे पर एक गहरी समझदारी—ऐसी समझदारी जो उम्र से बड़ी होती है। यह थी हिदेको ताकामाइन, जिसने सिर्फ पाँच साल की उम्रContinue Reading

Movie Nurture: 1940 का दशक: बॉलीवुड सिनेमा की वह उथल-पुथल जिसने रचा इतिहास

साल 1942 की एक गर्म रात, बम्बई के मोहन स्टूडियो के सेट पर बल्बों की रोशनी में एक कैमरामैन पसीना पोंछते हुए बुदबुदाया, “फिल्म स्टॉक ख़त्म हो रहा है, साहब। युद्ध के कारण इम्पोर्ट बंद है।” निर्देशक के. आसिफ़ ने चुपचाप अपनी पगड़ी सिर पर सही की और बोले, “तोContinue Reading

Movie Nurture:'कन्ना टल्ली'

कन्ना टल्ली 1953 में रिलीज़ हुई एक तेलुगु फ़िल्म है। यह फ़िल्म अपनी भावनात्मक कहानी, दमदार अभिनय और पारिवारिक मूल्यों के बारे में मज़बूत संदेश के लिए जानी जाती है।के.एस. प्रकाश राव द्वारा निर्देशित, इस फिल्म में अक्किनेनी नागेश्वर राव, आर. नागेश्वर राव आदि अभिनेताओं ने अभिनय किया है औरContinue Reading

Movie Nurture:पुरानी फ़िल्में सभी की पसंदीदा क्यों होती हैं ?

पुरानी फ़िल्में, जिन्हें अक्सर “क्लासिक” कहा जाता है, हमारे दिलों में एक ख़ास जगह रखती हैं। भले ही वे कई साल पहले बनी हों, लेकिन हर उम्र के लोग उन्हें देखना पसंद करते है। ये फ़िल्में टाइमलेस हैं और दर्शकों को खुशी और मनोरंजन देती रहती हैं, लेकिन पुरानी फ़िल्मेंContinue Reading

Movie Nurture:The Family Game

“द फैमिली गेम” 1983 में योशिमित्सु मोरीता द्वारा निर्देशित एक जापानी फिल्म है। यह फिल्म एक डार्क कॉमेडी है जो हमें जापान में एक मध्यम वर्गीय परिवार के जीवन की झलक दिखाती है। यह योहेई होनमा के एक उपन्यास पर आधारित है। यह फिल्म अपनी अनूठी शैली और दिलचस्प कहानीContinue Reading

Movie Nurture: होमटाउन इन माई हार्ट

“होमटाउन इन माई हार्ट” 1949 की एक क्लासिक कोरियाई फिल्म है, जिसका निर्देशन यूं योंग-ग्यू ने किया है। यह फिल्म एक युवा लड़के की अपनी माँ के लिए तड़प और अप्रत्याशित जगहों पर मिलने वाली गर्मजोशी के बारे में एक मार्मिक कहानी बताती है। फिल्म में अभिनय चोई यून-ही, मिनContinue Reading

Movie nurture: पर्पल नून: सूरज की चमक, दिल की अँधेरी रात

फिल्में हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे हमें मनोरंजन के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करती हैं। आज हम एक ऐसी ही फिल्म “पर्पल नून: सूरज की चमक, दिल की अँधेरी रात” की समीक्षा करेंगे। यह फिल्म दर्शकों को एक अनोखी कहानी और शानदार अभिनय के माध्यम सेContinue Reading

Movie Nurture: एक्सप्रेशंस इन मोशन - साइलेंट फिल्मों में अभिनय की कला

साइलेंट फिल्मों का युग सिनेमा के इतिहास में एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण समय था। इस युग में अभिनेताओं को बिना संवाद के केवल शारीरिक हाव-भाव और चेहरे के भावनाओं के माध्यम से अपनी कला को प्रस्तुत करना होता था। साइलेंट फिल्मों में अभिनय की कला अद्वितीय थी, जिसने दर्शकों कोContinue Reading

Movie Nurture: जे. वी. सोमयाजुलु:

टॉलीवुड में एक सम्मानित व्यक्ति जे. वी. सोमयाजुलु ने अपने शक्तिशाली प्रदर्शन और बहुमुखी अभिनय से तेलुगु फिल्म उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी। “संकराभरणम” में शंकर शास्त्री के रूप में अपनी प्रतिष्ठित भूमिका के लिए जाने जाने वाले सोमयाजुलु का करियर विभिन्न शैलियों में रहा और उन्होंने अपनी अपारContinue Reading