कैमरे की जुबानी कहानी: मूक सिनेमा का सिनेमाटोग्राफी
मूक सिनेमा (Silent Cinema) एक ऐसा युग था जब फिल्में बिना संवादों के बनाई जाती थीं, और दर्शकों तक कहानी पहुँचाने के लिए कैमरे की भाषा पर अत्यधिक निर्भरता होती थी। इस समय में सिनेमाटोग्राफी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । यह लेख मूक सिनेमा के सिनेमाटोग्राफी की विविधताओं और उसके प्रभावों पर रोशनी […]
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