1940 में रिलीज हुई डिज़्नी की एनिमेटेड फिल्म ‘फैंटासिया’ बच्चों और बड़ों दोनों के लिए एक अद्वितीय अनुभव है। यह फिल्म संगीत और एनीमेशन का अनोखा मिश्रण है, जिसने सिनेमा जगत में एक नई दिशा दी। ‘फैंटासिया’ को न केवल बच्चों की पसंदीदा फिल्मों में गिना जाता है, बल्कि यह सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर भी है।
कहानी (Plot)
फैंटासिया’ में कोई एकल कहानी नहीं है, बल्कि यह आठ अलग-अलग सेगमेंट्स में बंटी हुई है, जिनमें प्रत्येक का संगीत और एनिमेशन एक विशिष्ट कहानी कहता है। ये सेगमेंट्स विभिन्न शास्त्रीय संगीत रचनाओं पर आधारित हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध सेगमेंट ‘द सोर्सररर्स अप्रेंटिस’ है, जिसमें मिकी माउस एक जादूगर के सहायक की भूमिका में नजर आते हैं और जादू से समस्याएं खड़ी कर देते हैं।
टोकाटा और फ्यूग इन डी माइनर (बाख): अमूर्त आकार और रंग बाख की शक्तिशाली रचना पर नृत्य करते हैं।
द नटक्रैकर सूट (त्चिकोवस्की): इस मनमोहक सेगमेंट में आकर्षक परियाँ, फूल और मछलियाँ जीवंत हो उठती हैं।
द सॉर्सेरर्स अप्रेंटिस (डुकास): मिकी माउस एक प्रशिक्षु के रूप में अभिनय करता है जो गलती से जादू का उपयोग करके अराजकता फैला देता है।
राइट ऑफ स्प्रिंग (स्ट्राविंस्की): ग्रहों के निर्माण से लेकर डायनासोर के युग तक पृथ्वी के विकास का एक दृश्य प्रतिनिधित्व।
इंटरमिशन/मीट द ऑर्केस्ट्रा: एक चंचल अंतराल जहाँ ऑर्केस्ट्रा के सदस्य अपना परिचय देते हैं।
डांस ऑफ द ऑवर्स (पोंचिएली): बैले-डांस करने वाले जानवर (हिप्पो, हाथी और मगरमच्छ सहित) केंद्र में होते हैं।
नाइट ऑन बाल्ड माउंटेन (मुसॉर्गस्की) और एवे मारिया (शुबर्ट): अंधेरे बलों और स्वर्गीय शांति के बीच एक नाटकीय विपरीतता।
अभिनय (Acting)
चूंकि ‘फैंटासिया’ एक एनिमेटेड फिल्म है, इसमें कोई मानव अभिनेता नहीं है। लेकिन, डिज़्नी के एनिमेटरों ने चरित्रों को इतनी कुशलता से जीवंत किया है कि वे वास्तविक लगते हैं। मिकी माउस का चरित्र और उसकी शारीरिक भाषा विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
निर्देशन (Direction)
फिल्म का निर्देशन डिज्नी स्टूडियो के प्रमुख अनिमेटर्स द्वारा किया गया है, जिसमें सैमुअल आर्मस्ट्रांग, जेम्स एल्गर, बिल रॉबर्ट्स, पॉल सैटरफील्ड और बेन शार्पस्टीन प्रमुख हैं। वाल्ट डिज्नी का इस फिल्म में महत्वपूर्ण योगदान था, जिन्होंने इसे एक नवाचारी परियोजना के रूप में देखा। उनके निर्देशन में फिल्म को एक संगीतात्मक यात्रा के रूप में प्रस्तुत किया गया, जो अपने समय से काफी आगे थी।
फिल्म का संदेश (Film Message)
‘फैंटासिया’ का मुख्य संदेश कला, संगीत और कल्पना की शक्ति को दर्शाता है। फिल्म बच्चों को संगीत के प्रति रुचि विकसित करने के लिए प्रेरित करती है और सिखाती है कि कल्पना और रचनात्मकता में कोई सीमा नहीं होती। हर सेगमेंट के माध्यम से विभिन्न जीवन मूल्य और नैतिकताएँ प्रस्तुत की गई हैं।
लोकेशन (Location)
चूंकि यह एक एनिमेटेड फिल्म है, इसकी ‘लोकेशन’ वास्तविक दुनिया की नहीं है, बल्कि डिज़्नी के एनीमेशन स्टूडियो की कलात्मकता का नतीजा है। प्रत्येक सेगमेंट की पृष्ठभूमि और दृश्य इतनी कुशलता से तैयार किए गए हैं कि वे दर्शकों को एक अलग ही दुनिया में ले जाते हैं।
अनजाने तथ्य (Unknown Facts)
रिलीज का समय: ‘फैंटासिया’ को 1940 में रिलीज किया गया था, लेकिन इसका असली महत्व बाद में समझा गया। उस समय यह फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल नहीं थी।
साउंड सिस्टम: ‘फैंटासिया’ पहली फिल्म थी जिसे मल्टीचैनल साउंड सिस्टम “फैंटासाउंड” के साथ रिलीज किया गया था, जो बाद में स्टीरियोफोनिक साउंड का आधार बना।
लॉस एंजेलिस में प्रीमियर: फिल्म का प्रीमियर लॉस एंजेलिस के कार्थे थिएटर में हुआ था, जिसे विशेष रूप से फैंटासाउंड सिस्टम के लिए तैयार किया गया था।
वाल्ट डिज्नी का सपना: वाल्ट डिज्नी ने ‘फैंटासिया’ को एक निरंतर विकसित होने वाली परियोजना के रूप में देखा, जिसमें हर कुछ वर्षों में नए सेगमेंट जोड़े जाते, लेकिन यह विचार सफल नहीं हो सका।
निष्कर्ष
‘फैंटासिया’ एक अद्वितीय और अग्रणी फिल्म है जो आज भी दर्शकों को मोहित करती है। इसके संगीत, एनिमेशन और निर्देशन का संयोजन इसे एक क्लासिक बनाता है। बच्चों के लिए यह फिल्म न केवल मनोरंजक है, बल्कि शास्त्रीय संगीत और कला के प्रति प्रेम को भी प्रेरित करती है।
इस फिल्म की समीक्षा दर्शाती है कि ‘फैंटेसीया’ केवल एक एनिमेटेड फिल्म नहीं है, बल्कि यह सिनेमा के इतिहास में एक अनमोल रत्न है।
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