“द फिलाडेल्फिया स्टोरी” एक अमेरिकी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है, जिसका प्रीमियर 5 दिसम्बर 1940 को हुआ था और यह फिल्म सिनेमाघरों में 26 दिसम्बर 1940 को रिलीज़ की गयी थी और यह हॉलीवुड फिल्म जॉर्ज कुकोर द्वारा निर्देशित और कैरी ग्रांट, कैथरीन हेपबर्न और जेम्स स्टीवर्ट द्वारा अभिनीत की गयी है। यह फिल्म 1939 में फिलिप बैरी द्वारा निर्मित “द फिलाडेल्फिया स्टोरी” नाम के एक ब्रॉडवे नाटक पर आधारित है।
जॉर्ज कुकोर द्वारा फिल्म का निर्देशन बहुत ही काबिले तारीफ है, उनकी सभी फिल्मे रमणीय और मनोरंजक होती हैं और वह अपनी फिल्म में कॉमेडी और ड्रामा को कुशलता से संतुलित करते हैं। फिल्म की पेसिंग ऑन स्पॉट है, यह तेज गति से चलती है और कभी भी सुस्त या धीमी नहीं लगती है। जोसेफ रटेनबर्ग द्वारा फिल्म की सिनेमैटोग्राफी भी उल्लेखनीय है, वह फिलाडेल्फिया की सुंदरता और भव्यता को पूरी तरह से दिखने में सफल रहे हैं।

फिल्म के असाधारण पहलुओं में से एक मुख्य अभिनेताओं का प्रदर्शन है। सी. के. डेक्सटर हेवन के रूप में कैरी ग्रांट, ट्रेसी के पूर्व पति, एक आकर्षक और करिश्माई प्रदर्शन करते हुए फिल्म में दिखे हैं। और वह वह बड़ी ही अच्छी तरह से अपने कैरेक्टर में समाते हुए दिखाई दिए हैं। । ट्रेसी लॉर्ड के रूप में कथरीन हेपबर्न, सोशलाइट, एक मजबूत और आत्मविश्वास से भरी हुयी महिला को प्रतुत करती हैं। मैकाले “माइक” कॉनर के रूप में जेम्स स्टीवर्ट, पत्रकार, ने बेहद ही ईमानदार प्रदर्शन दिया है फिल्म में। तीन लीड के बीच की केमिस्ट्री इलेक्ट्रिक है और फिल्म के आकर्षण को जोड़ती है। यह फिल्म एक सोशलाइट ट्रेसी लॉर्ड की कहानी है, जो एक धनी व्यापारी से शादी करने वाली है, लेकिन उसके पूर्व पति और एक पत्रकार भी उसका पीछा करते हैं।
Story Line
फिल्म की कहानी शुरू होती है, एक धनी फिलाडेल्फिया मेन लाइन सोशलाइट परिवार की बड़ी बेटी ट्रेसी लॉर्ड से। ट्रेसी का विवाह एक बोट डिज़ाइनर सी.के. डेक्सटर हेवन से हुआ था लेकिन 2 साल पहले ही वह विवाह टूट भी चुका है ,क्योंकि ट्रेसी के पिता के अनुसार डेक्सटर उनके परिवार के स्टैण्डर्ड के अनुरूप नहीं है।
अपने विवाह के टूटने के 2 साल बाद ट्रेसी फिर से जॉर्ज किट्रेडगे नामक धनी व्यक्ति से विवाह करने को तैयार होती है। शादी की तैयारी जोरों शोरों से होती है और इस शाही शादी को कवर करने के लिए सभी मीडिया हाउस अपनी तैयारी में जुट जाते हैं। मगर किसी तरह से न्यूयॉर्क की स्पाई पत्रिका के एडिटर किड डेक्सटर हेवन के संपर्क में आते हैं और उनसे इस शादी को एक्सक्यूसिव कवर करने के लिए सहायता माँगते हैं।
डेक्सटर ट्रेसी को ब्लैकमेल करता है और बताता है कि किड ने उसके पिता के एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर के बारे में एक व्यंगात्मक लेख लिखा है। यह जानकर ट्रेसी बिना मन के विवेह को कवर करने के लिए राज़ी हो जाती है। किड अपनी सबसे बढ़िया टीम डेक्सटर के साथ रिपोर्टर मैकाले “माइक” कॉनर और फोटोग्राफर लिज़ इम्ब्री को भेजता है।
बहुत ही जल्द ट्रेसी रिपोर्टर माइक के गुणों से बेहद प्रभावित होती है और धीरे – धीरे उसका एट्रेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ जाता है , जिसके चलते ट्रेसी जॉर्ज को शादी के लिए इंकार कर देती है। माइक ट्रेसी से विवाह करने को तैयार हो जाता है मगर उसी समय उसको पता चलता है कि लिज़ माइक से बेहद प्रेम करती है तो वह माइक के विवाह के प्रस्ताव को मना कर देती है।
इसके बाद डेक्सटर ट्रेसी के पास आता है और पुनर्विवाह की बात करता है और व दोनों अपने आपस की गलतफहमी दूर करके पुनर्विवाह कर लेते हैं।
फिल्म की कहानी में बहुत ही अच्छी तरह से लिखे गए संवाद हैं, जो हास्य के साथ साथ मनोरंजक भी है।
अंत में, “द फिलाडेल्फिया स्टोरी” एक क्लासिक फिल्म है जो समय की कसौटी पर खरी उतरी है। यह फिल्म आज भी उतनी ही मनोरंजक है जितनी कि 80 साल पहले थी। फिल्म का निर्देशन, प्रदर्शन, और पटकथा सभी बेहद उम्दा हैं। फिल्म के प्यार, रिश्तों और परिवार की गतिशीलता के विषयों को एक विचारशील और सूक्ष्म तरीके से दिखाया गया है। क्षमा के महत्व और दूसरे मौके के बारे में फिल्म का संदेश एक शक्तिशाली संदेश बन जाता है और यह जनता के साथ फिल्म समाप्त होने के बाद भी लंबे समय तक रहता है। रोमांटिक कॉमेडी और क्लासिक हॉलीवुड सिनेमा के प्रशंसकों के लिए यह अवश्य ही देखने योग्य फिल्म है।