मेल गिब्सन द्वारा निर्मित और अभिनीत फिल्म “ब्रेवहार्ट” 24 मई 1995 को अमेरिकन सिनेमा में रिलीज़ की गयी। यह एपिक फिल्म एक महान स्कॉट्स योद्धा पर आधारित है, जिसने 13 वी शताब्दी में कई वर्षों तक अपने देश को अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व किया। इस फिल्म में देशभक्ति , विश्वासघात और प्रेम जैसे कई शेड्स देखने को मिलते हैं।
इस फिल्म के एक्शन सीन्स बहुत ही कमाल के हैं। उस समय में जिस तरह से टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है युद्ध को दिखाने के लिए वह सराहनीय है। इस फिल्म को देखने वालों को गेटीसबर्ग, द लास्ट ऑफ द मोहिकंस, ग्लोरी और लॉरेंस ऑफ अरेबिया, एल सिड और स्पार्टाकस जैसी क्लासिक फिल्मो की याद आ जाएगी। यह फिल्म आपको इस तरह से बांधे रहती है कि 170 कब ख़तम हो जाते हैं पता ही नहीं चलता।
फिल्म का मेन लीड विलियम वालेस एक स्कॉटिश योद्धा है जिसके बारे में इतिहास में बहुत की कम वर्णन किया गया है। बस इतना ही पता चला कि उन्होंने स्कॉटलैंड की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी।
Story Line:
फिल्म की कहानी शुरू होती है एक छोटे से बच्चे विलियम वालेस से, जो इंग्लैंड के आक्रमण के कारण अपने पिता और भाई को खो चुका है। उसके बाद विलियम को युद्ध में शिक्षित करने के लिए यूरोप भेजा जाता है। धीरे धीरे समय बीतता है और विलयम अपनी शिक्षा पूरी करके युवावस्था में स्कॉटलैंड लोटता है और अपने बचपन के दोस्त और प्यार मुरोन के साथ विवाह कर लेता है। एक दिन कुछ अंग्रेज़ मुरोन का बलात्कार करने की कोशिश करते हैं मगर वह विलयम द्वारा बचा ली जाती है। मगर दूसरी कोशिश वह मुरोन को मार देते हैं।
मुरोन की मृत्यु से विलयम टूट जाता है और क्रोध में वह प्रण लेता है कि वह अब अपने देश को अंग्रेज़ों से मुक्त करेगा। इसके लिए वह सब को जोड़ना शुरू करता है और आस पास के छोटे – छोटे गुटों को भी एक करता है इंग्लैंड से आजादी के लिए।
कुछ समय बाद वह इंग्लैंड पर आक्रमण करता है और यॉर्क शहर को नष्ट कर देता है। इंग्लैंड के राजा एडवर्ड लोंगशैंक्स अपने बेटे की पत्नी इसाबेल को विलियम के साथ शांति वार्ता करने के लिए भेजता है। मगर इसाबेल विलयम से इतनी प्रभावित होती है कि वह उसी के साथ मिल जाती है युद्ध में।
मगर जहाँ सब लोग विलियम का साथ दे रहे थे वहीँ कुछ लोग स्कॉटलैंड के रईस उसके साथ विश्वासघात करने की तैयारी में थे। जब रॉबर्ट द ब्रूस विलियम और एडवर्ड की सुलह करवाने की मध्यस्तता करता है, तभी उसको पता चलता है कि उसके पिता और अन्य रईस लोग विलयम को पकड़ने और अंग्रेज़ों को सौंपने की साजिश रचते हैं। तभी रॉबर्ट विलयम को वहां से भगा देता है।
मगर कुछ ही समय में विलयम पकड़ा जाता है और उसको कोर्ट ले जाया जाता है, जहाँ पर उसके सहयोगी और विरोधी दोनों होते हैं। सभी के द्वारा उसको राजद्रोही घोषित किया जाता है और उसको दो सुझाव दिए जाते हैं कि या तो वो राजा के अधीन हो जाये या फिर मृत्यु। मगर विलयम राजा के अधीन होने से मन कर देता है और मृत्यु को चुनता है। मजिस्ट्रेट उसको एक और मौका देते हैं और उसको दया मांगने को कहते हैं मगर विलयम सिर्फ स्वतंत्रता कहता है।
1314 में रॉबर्ट जब स्कॉटलैंड का राजा बनता है तब भी वह विलयम की तरह अंग्रेजो से युद्ध करने और अपने देश को स्वतंत्र करने का प्रयास करता है और अपनी सेना को ऐसा ही करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
Facts:
इस फिल्म के रिलीज़ के एक साल बाद स्टर्लिंग कैसल में वार्षिक तीन दिवसीय “ब्रेवहार्ट सम्मेलन” किया गया, जहाँ पर पूरी दुनिया से ब्रेवहार्ट के फैन्स आये। फिल्म की खूबसूरती के साथ – साथ उन्होंने देश की खूबसूरती को भी देखा , जिसकी वजह से और उसके बाद वहां का टूरिज़्म बड़ा और देश – विदेश से लोग घूमने आने लगे।
मेल गिब्सन द्वारा अभिनीत और निर्देशित इस फिल्म को कई अवार्ड्स मिले, बेस्ट पिक्चर , बेस्ट मेकअप, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी, बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन, बेस्ट साउंड और बेस्ट फॉरेन फिल्म।
Lights, camera, words! We take you on a journey through the golden age of cinema with insightful reviews and witty commentary.