चारियट्स ऑफ़ फायर” (1981): जब जीत सिर्फ मेडल नहीं, खुद से लड़ाई होती है
1981 सिनेमाघरों में एक फिल्म आई, जिसका नाम था—”चारियट्स ऑफ़ फायर”। इस फिल्म की शुरुआत हुई समंदर किनारे धीमी गति में दौड़ते एथलीट्स के साथ। पैरों से नहीं, दिल से दौड़ती ये तस्वीर… Vangelis का संगीत जैसे रूह को छू ले। फिल्म नहीं, एक सवाल था: “जीत किसकी होती है?Continue Reading