• About
  • Advertise
  • Careers
  • Contact
Tuesday, July 1, 2025
  • Login
No Result
View All Result
NEWSLETTER
Movie Nurture
  • Bollywood
  • Hollywood
  • Indian Cinema
    • Kannada
    • Telugu
    • Tamil
    • Malayalam
    • Bengali
    • Gujarati
  • Kids Zone
  • International Films
    • Korean
  • Super Star
  • Decade
    • 1920
    • 1930
    • 1940
    • 1950
    • 1960
    • 1970
  • Behind the Scenes
  • Genre
    • Action
    • Comedy
    • Drama
    • Epic
    • Horror
    • Inspirational
    • Romentic
  • Bollywood
  • Hollywood
  • Indian Cinema
    • Kannada
    • Telugu
    • Tamil
    • Malayalam
    • Bengali
    • Gujarati
  • Kids Zone
  • International Films
    • Korean
  • Super Star
  • Decade
    • 1920
    • 1930
    • 1940
    • 1950
    • 1960
    • 1970
  • Behind the Scenes
  • Genre
    • Action
    • Comedy
    • Drama
    • Epic
    • Horror
    • Inspirational
    • Romentic
No Result
View All Result
Movie Nurture
No Result
View All Result
Home Bollywood

Purab Aur Paschim – विचारों में विभिन्नता का परिवेश

by Sonaley Jain
December 2, 2020
in Bollywood, Hindi, Movie Review, old Films
0
Purab Aur Paschim – विचारों में विभिन्नता का परिवेश
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

सिनेमा जगत की एक ऐसी फिल्म जिसने फिल्म के जरिये भारतीय संस्कृति को एक अलग पहचान देने की कोशिश की है। हम इंसान चाहे एक ही जैसे क्यों ना हो , मगर हमारी संस्कृति की भिन्नता ही हमें अलग पहचान  देती है।  

  पूरब और पश्चिम एक ऐसी ही फिल्म है जिसमे दो अलग – अलग संस्कृतियों समावेश दिखाया गया है।  यह फिल्म 1970 में रिलीज़ हुयी जिसका निर्देशन  मनोज कुमार ने स्वयं किया था।

Story –  फिल्म की कहानी शुरू होती है 1942 से जब भारत अपनी आज़ादी की जंग लड़ रहा था।  भारत में हरनाम जो कि ब्रिटिश सल्तनत का एक गुलाम है और ब्रिटिश सरकार उसको एक स्वतंत्रता सेनानी को धोखा देने के लिए पुरुस्कार देती है और वह स्वतंत्रता सेनानी मारा जाता है ब्रिटिश सल्तनत द्वारा।

    कुछ समय पश्चात 1947 में हिंदुस्तान आज़ाद हो जाता है।  धीरे -धीरे समय बीतता जाता है और उस स्वतंत्रता सेनानी का बेटा (भारत) बड़ा हो जाता है और अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए वह लंदन जाता है।  वहां वह अपने पिता के कॉलेज के दोस्त शर्मा से मिलता है।

 शर्मा के परिवार में वेस्टर्न तौर – तरीकों वाली उनकी पत्नी, एक बेटी ( प्रीति ) और एक बेटा (शंकर) है।  प्रीति के जरिये भारत को यह जानने को मिलता है कि लंदन में कई ऐसे भारतीय हैं जो भारतीय होने पर शर्मिंदा हैं क्योकि उन्हें सिर्फ एक ही पहलू पता है हिंदुस्तान का, कि देश बहुत गरीब है। भारत को बहुत दुःख होता है और वह उन्हें दूसरा पहलू दिखाने और उनकी सोच को एक नयी दिशा देने का प्रण लेता है।

      प्रीति भारत के आदर्शों से इतनी प्रभावित होती है कि उससे मोहब्बत करने लगती है। धीरे – धीरे भारत अपने आदर्शों से सभी को प्रभावित करता है और उनके विचारों में हिंदुस्तान की एक नयी तस्वीर को स्थापित करता है जिससे भारतियों के साथ – साथ कई विदेशी नागरिक भी हिंदुस्तानी संस्कृति से प्रभावित होते हैं।

   प्रीति भारत से शादी तो करना चाहती है पर वह हिंदुस्तान नहीं जाना चाहती , फिर भारत के समझाने पर वह हिंदुस्तान आ जाती है और यहाँ आकर उसको सभी रीति – रिवाज़ और संस्कृति इतनी अच्छी लगती है कि वह इसको पूर्ण रूप से अपना लेती है।

Songs & Cast –  इस फिल्म के गाने आज तक भी गुनगुनाये जाते हैं –  ” Bharat ka Rahanewala hoon” , ” Raghupati Raghav Raja Ram”, ” Om Jai jagdish Hare”, ” Dulhan Chali”, Twinkle Twinkle Little star”,  आदि अन्य आप सभी के सुने हुए गाने हैं।  बेहद खूबसूरत तरीके से हर गाने को आशा भोसले , महेंद्र कपूर , लता मंगेशकर और ब्रिज भूषण ने मोतियों टी तरह फिल्म में पिरोया है।

मनोज कुमार की अदाकारी ने इस फिल्म के जरिये एक अलग ही मुकाम हासिल किया था और उनका साथ सायरा बानो, प्राण , अशोक कुमार, निरुपा रॉय और प्रेम चोपड़ा ने दिया।

Location – इस फिल्म की शूटिंग भारत के आलावा कई और देशों में भी हुयी है जैसे –  London, Paris, Germany, Varanasi and Allahabad. 

Tags: Best Bollywood FilmClassic Movie
Sonaley Jain

Sonaley Jain

Lights, camera, words! We take you on a journey through the golden age of cinema with insightful reviews and witty commentary.

Next Post
Movienurture :- sunil ditt

Padosan - मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended

I Dont Have A Featured Image :(

10 years ago
Movie Nurtrue: Dastn

दास्तान: एक निषिद्ध प्रेम की कहानी

2 years ago

Popular News

  • Movie Nurture: साइलेंट फिल्मों का जादू: बिना आवाज़ के बोलता था मेकअप! जानिए कैसे बनते थे वो कालजयी किरदार

    साइलेंट फिल्मों का जादू: बिना आवाज़ के बोलता था मेकअप! जानिए कैसे बनते थे वो कालजयी किरदार

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दिलीप कुमार: वो पांच फ़िल्में जहाँ उनकी आँखों ने कहानियाँ लिखीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • Bride of Frankenstein (1935): सिर्फ एक मॉन्स्टर मूवी नहीं, एक मास्टरपीस है ये फिल्म!

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • हॉलीवुड गोल्डन एरा से क्या सीख सकते हैं आज के कलाकार?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Connect with us

Newsletter

दुनिया की सबसे अनमोल फ़िल्में और उनके पीछे की कहानियाँ – सीधे आपके Inbox में!

हमारे न्यूज़लेटर से जुड़िए और पाइए क्लासिक सिनेमा, अनसुने किस्से, और फ़िल्म इतिहास की खास जानकारियाँ, हर दिन।


SUBSCRIBE

Category

    About Us

    Movie Nurture एक ऐसा ब्लॉग है जहाँ आपको क्लासिक फिल्मों की अनसुनी कहानियाँ, सिनेमा इतिहास, महान कलाकारों की जीवनी और फिल्म समीक्षा हिंदी में पढ़ने को मिलती है।

    • About
    • Advertise
    • Careers
    • Contact

    © 2020 Movie Nurture

    No Result
    View All Result
    • Home

    © 2020 Movie Nurture

    Welcome Back!

    Login to your account below

    Forgotten Password?

    Retrieve your password

    Please enter your username or email address to reset your password.

    Log In
    Copyright @2020 | Movie Nurture.