Beedi Basavanna एक पारिवारिक कन्नड़ फिल्म जो १ जनवरी १९६७ को साउथ इंडियन सिनेमा में रिलीज़ हुयी। बी आर पंथुलु ने इस फिल्म को निर्देशित किया। और इन्होने 1970 में तमिल भाषा में थेडी वन्धा मपिल्लई के नाम से फिल्म का रीमेक किया।
Story Line –
फिल्म शुरू होती है एक छोटे से गांव से जहाँ पर सोमालिमलाई नामक एक साधारण सा व्यक्ति रहता है। एक दिन उसकी बड़ी बेटी का किडनैप हो जाता है और एक राहगीर द्व्रारा उसकी बेटी को बचाया जाता है। मगर उस बच्ची का कोई पता ना मिलने पर वह राहगीर उसको अपनी बेटी की तरह पालता है। वहीँ दूसरी तरफ सोमालिमलाई की पत्नी चेलम यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाती। एक दिन चेलम सीढ़ियों से गिर जाती है और इन सभी दुखों का दोषी वह अपने पति को मानती है क्योकि सोमालिमलाई ने अपने बॉस की हत्या की है।
सोमालिमलाई अपनी पत्नी को सच बताता है कि उसके मालिक को गोली समुद्री ने मारी थी मगर दोष उस पर लगा दिया। और उसका मालिक पहले ही अपनी हत्या के डरसे अपनी पत्नी पार्वती और बेटे शंकर को कहीं दूर भेज देता है। मगर अपनी आखिरी सांस पर उनको पता चल जाता है कि उनकी हत्या सोमालिमलाई ने नहीं बल्कि समुद्री ने कि है तो वह सोमालिमलाई को अपनी पूरी संपत्ति सौंप देते हैं और उनकी पत्नी और बेटे को ढूंढने का वचन लेकर मर जाते हैं।
सोमालिमलाई कि पत्नी यह सुनकर माफ़ी मांगती है और कहती है कि यह संपत्ति उसके असली वारिस को ही मिलनी चाहिए और यह कहकर वह मर जाती है। उधर समुद्री सोमालिमलाई को मारने कि कोशिश करता है और सोमालिमलाई पशुपति का नाम बदलकर रहने लगता है।
समय बीतता जाता है और शंकर बड़ा हो जाता है। मगर हर दिन उसकी नफरत सोमालिमलाई के लिए बढ़ती चली जाती है क्योकि वह अपने पिता कि हत्या का दोषी सोमालिमलाई को मानता है। इसी नफरत के चलते वह गांव से चेनई आ जाता है। मगर उसको पता नहीं होता कि सोमालिमलाई ही पशुपति है और उसको पशुपति की छोटी बेटी उमा से प्यार हो जाता है। और उधर पशुपति ने भी कसम खायी है कि यह पारवती और शंकर को ढूंढेगे और शंकर की शादी अपनी बेटी उमा से करवाएंगे।
वही दूसरी तरफ पशुपति की बड़ी बेटी जया जिसका किडनैप हुआ था और एक राहगीर थिरुमंगई ने पाला, जो बड़ी होकर एक चोर बन गयी है। एक बार वह शंकर और उमा को गुंडों से बचाती है। बहुत जल्द ही शंकर को पता चलता है किउमा का कोई न कोई कनेक्शन सोमालिमलाई से है। शंकर अपने मित्र करपागम और जया की मदद से सोमालिमलाई का पता लगाते हैं। उधर सोमालिमलाई और उमा को भी पता चलता है किजया ही उनकी खोयी हुयी बड़ी बेटी और बहन है।
जहाँ सभी खुश होते हैं वहीँ शंकर की नफरत सोमालिमलाई को मारने के लिए प्रेरित करती है। उधर समुद्री को भी सोमालिमलाई का पता चलता है और वह उसको मारने के लिए आता है। तभी शंकर वहां से गुजरता है और सोमालिमलाई और समुद्री की सारी बातें सुन लेता है। और फिर शंकर और समुद्री की लड़ाई हो जाती है और समुद्री अपनी जान बचाकर वहां से भाग जाता है।
शंकर सोमालिमलाई को सच बता देता है और माफ़ी मांगता है। पूरा परिवार साथ होता है और सोमालिमलाई उमा की शादी शंकर से और जया की शादी करपागम से तय करता है।
Songs & Cast –
इस कन्नड़ फिल्म में टी जी लिंगप्पा ने संगीत दिया है और इसके गाने बेहद पसंदीदा रहे हैं उस समय में, जैसे – “लव लव लव आंद्रे प्रेमा ಲವ್ ಲವ್ ಲವ್ ಅಂದ್ರೆ ಪ್ರೇಮಾ”, “अंगीले आगसा थोरो ಅಂಗೈಲ್ ಅಗಾಸಾ ಥೋರೊ”, “बेदा बेदा बघिलु हकाबेडा ಬೇಡಾ ಬೇಡಾ ಬಗಿಲು ಹಾಕಾಬೆಡಾ”, “दादिग इपट्टू निनगे इप्पट्टु ದಾದಿ ಎಪ್ಪಟ್ಟು ನಿನೇಜ್ ಇಪ್ಪಟ್ಟು”, “एकांतवगी मथदे बंदे नानू ಏಕಾಂತವ್ವಗಿ ಮಾಥಡೆ ಬಂಡೆ ನಾನು” इनको एस जानकी, पी बी श्रीनिवास ने गाया है।
फिल्म में राजकुमार, भारती, बी विजयलक्ष्मी, नरसिम्हराजू, दिनेश, हनुमंथा राव, कृष्ण शास्त्री, बसप्पा, गुग्गू,शिवाजी और एल एन स्वामी आदि अन्य अदाकारों ने अभिनय करके इस फिल्म को एक कामयाब फिल्म बनाया।
इस फिल्म की अवधि 2 घंटे और 14 मिनट्स की है।
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