कैसाब्लांका 23 जनवरी 1943 में रिलीज़ हुई एक क्लासिक हॉलीवुड फिल्म है, जिसका निर्देशन माइकल कर्टिज़ ने किया था और हम्फ्री बोगार्ट और इंग्रिड बर्गमैन द्वारा अभिनीत फिल्म है। द्वितीय विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि में बनी यह फिल्म एक रोमांटिक ड्रामा है, जो एक अमेरिकी प्रवासी की कहानी है जो अपने पूर्व प्रेमी और उसके पति की सहायता करने का संघर्ष बताता है। फिल्म की स्क्रिप्ट यादगार क्षणों से भरी है, और इसका संगीत स्कोर, जिसमें प्रतिष्ठित गीत “एज़ टाइम गोज़ बाय” भी शामिल है बेहद उम्दा है। “कैसाब्लांका” को अमेरिकी सिनेमा की सबसे महान फिल्मों में से एक माना जाता है और इसे कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।
फिल्म का छायांकन सुंदर है, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मोरक्को शहर के माध्यम से चलने वाले तनाव तो बेहद खूबसूरती के साथ दिखाया गया है।
“कैसाब्लांका” के सबसे उल्लेखनीय पहलुओं में से एक इसके प्रमुख अभिनेताओं, बोगार्ट और बर्गमैन का प्रदर्शन है। बोगार्ट रिक ब्लेन के रूप में एक स्ट्रॉन्ग और आकर्षक प्रदर्शन देते हैं फिल्म में , एक ऐसा व्यक्ति जो कठोर और कोमल दोनों ही स्वभाव का है। बर्गमैन, इल्सा के रूप में, बेहद खूबसूरत प्रदर्शन देती हुयी नज़र आती है, और बोगार्ट के साथ उसकी केमिस्ट्री देखने योग्य है। यह दोनों साथ में, फिल्म इतिहास में सबसे प्रतिष्ठित ऑन-स्क्रीन रोमेंटिक जोड़ी में से एक हैं।

Story Line
फिल्म की कहानी शुरू होती है द्वितीय विश्व युद्ध, जिसका प्रभाव मोरक्को में भी था और वहां के रहने वाले रिक ब्लेन नामक एक अमेरिकी प्रवासी, जो कैसाब्लांका, मोरक्को में एक नाइट क्लब चलाता है। रिक के कैफे में कई फ्रेंच और जर्मन अधिकारीयों का जमावड़ा लगा रहता है। एक बदमाश उगार्टे रिक के सामने 2 जर्मन अधिकारीयों की हत्या कर देता है और पलायन का पत्र हासिल कर लेता है। इस पत्र की सहायता से वो जर्मन ऑक्युपायिड देशों में आसानी से सफर कर सकते थे।
उगार्टे को पुलिस पकड़ लेती है और वह पत्र रिक के हाथ लग जाता है। उसके बाद जब रिक अपने दोस्त के घर आता है तो उसकी मुलाकात पूर्व प्रेमी इल्सा लुंड से होती है, जो अपने नेता पति विक्टर लेज़्लो के साथ वहां पर छुपकर रह रही होती है क्योकि जर्मन अधिकारी उसके पति को मारने के लिए उसी शहर में घूम रहे हैं और उन्हें अमेरिका भागने के लिए पत्र की आवश्यकता होती है।

विक्टर को जब यह बात पता चलती है कि वह पत्र रिक के पास है तो वह उससे खरीदने जाता है मगर रिक बेचने से मना कर देता है और कहता है कि इसकी वजह अपनी पत्नी से पूछो। विक्टर वहां से चला जाता है और वह सेनानियों के साथ मिलकर युद्ध में शामिल हो जाता है।
कुछ समय बाद एक दिन इल्सा रिक से मिलने कैफे में आती है और वह बंदूक दिखाकर रिक से वह पत्र हासिल करने की बात करती है , मगर रिक मना कर देता है। कुछ ही समय में वह रिक से अपने जीवित प्रेम की बात करती है और कहती है कि वह अभी भी उससे बहुत प्रेम करती है। वह बताती है कि विक्टर की मौत हो चुकी है और वह अब अपना जीवन उसके साथ बिताना चाहती है। रिक दोनों के अमेरिका जाने की तैयारी करता है मगर उसी समय इल्सा को विक्टर के जीवित होने का पता चलता है।
अपने बीमार पति की खबर पाते ही इल्सा रिक को बिना कुछ बताये विक्टर के पास चली जाती है। दुखी रिक इल्सा और विक्टर को अमेरिका भेजने के लिए बहुत संघर्ष करता है और अंत में उन दोनों को अमेरिका भेज देता है।

फिल्म में प्रेम, बलिदान और वफादारी के विषय आज भी उतने ही आकर्षित करते हैं जितने 1943 में थे, और “कैसाब्लांका” एक ऐसी फिल्म है जो समय की कसौटी पर खरी उतरती है। लोकप्रिय संस्कृति पर फिल्म के प्रभाव को कम नहीं किया जा सकता और अनगिनत रीमेक बनने के बाद भी यह फिल्म आज भी उतनी ही लोकप्रिय है।
अंत में, “कैसाब्लांका” एक ऐसी फिल्म है जो एक क्लासिक सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाती है। इसमें ड्रामा , रोमांस और राजनीति का एक उत्कृष्ट मिश्रण है। इसके प्रदर्शन मनोरम हैं, इसके संवाद यादगार हैं, और इसका संगीत स्कोर बेहद खूबसूरत है। चाहे आप क्लासिक हॉलीवुड फिल्मों के प्रशंसक हों या सिर्फ देखने के लिए एक अच्छी फिल्म की तलाश में हों, “कैसाब्लांका” अवश्य ही एक अच्छा ऑप्शन है। यह एक ऐसी फिल्म है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा एक अच्छी फिल्म साबित होगी।