Movie Nurture: किशोर नंदलास्कर: एक मराठी अभिनेता के जीवन का सफ़र

किशोर नंदलास्कर: एक मराठी अभिनेता के जीवन का सफ़र

मराठी सिनेमा में बहुमुखी प्रतिभा और दिल को छू लेने वाले अभिनय के पर्याय किशोर नंदलास्कर ने इंडस्ट्री पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। यह हास्य कलाकार, हिंदी और मराठी सिनेमा में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। यह लेख उनके शुरुआती जीवन, करियर, निजी जीवन, उल्लेखनीय फ़िल्मों पर प्रकाश डालता है जो उनकी […]

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Movie Nurture: आवाज़ खामोश, सुरों का जादू: साइलेंट फिल्मों का संगीत

आवाज़ खामोश, सुरों का जादू: साइलेंट फिल्मों का संगीत

साइलेंट फिल्मों का संगीत एक ऐसा अद्भुत और अविस्मरणीय पहलू है, जिसने सिनेमा को एक नई दिशा दी है। यह वो दौर था जब आवाज़ की तकनीक का विकास नहीं हुआ था, लेकिन इसके बावजूद संगीत ने अपनी खास पहचान बनाई। खामोश फिल्मों के संगीत में सुरों का जादू और उनकी भावनाओं का असर दर्शकों […]

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MOvie Nurture: पर्दे के पीछे का चेहरा: हिंदी सिनेमा की पहली महिला निर्देशिका

पर्दे के पीछे का चेहरा: हिंदी सिनेमा की पहली महिला निर्देशिका

भारतीय सिनेमा की चकाचौंध भरी दुनिया में कई चेहरे ऐसे हैं जिन्होंने अपनी अद्वितीय प्रतिभा से हमें मोहित किया है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हिंदी सिनेमा की पहली महिला निर्देशिका कौन थीं? यह नाम है फातमा बेगम का। पर्दे के पीछे का यह चेहरा सिनेमा की दुनिया में एक मील का पत्थर है, […]

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MOvie Nurture: धरती का वोही आसमान: 1970 की 'धरती' का समिक्षा

धरती का वोही आसमान: 1970 की ‘धरती’ का समिक्षा

भारतीय सिनेमा के सुनहरे दौर में, कई ऐसी फिल्में आईं जिन्होंने दर्शकों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ी। इनमें से एक महत्वपूर्ण फिल्म है “धरती” (1970), जो आज भी अपने बेहतरीन कथानक, अदाकारी और निर्देशन के लिए जानी जाती है। यह फिल्म सामाजिक मुद्दों को दर्शाने के साथ-साथ मनोरंजन की एक उत्कृष्ट मिसाल पेश […]

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Movie Nurture: 1956 की क्राइम फिल्म "The Man Who Knew Too Much" की समीक्षा

1956 की क्राइम फिल्म “The Man Who Knew Too Much” की समीक्षा

1956 में रिलीज़ हुई “The Man Who Knew Too Much” एक क्लासिक थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन महान फिल्म निर्माता अल्फ्रेड हिचकॉक ने किया है। यह फिल्म 1934 में बनी हिचकॉक की ही फिल्म का रीमेक है। इस फिल्म में जेम्स स्टीवर्ट और डोरिस डे मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म अपनी रोमांचक कहानी, शानदार अभिनय […]

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Movie Nurture: 1955 का कोरियाई रहस्य: "द विडो" फिल्म समीक्षा

1955 का कोरियाई रहस्य: “द विडो” फिल्म समीक्षा

1955 में रिलीज़ हुई कोरियाई फिल्म “The Widow” (अंग्रेजी में “Mimangin”) एक अद्वितीय और गहन कहानी है, जो अपने समय की सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर गहरा प्रभाव डालती है। इस फिल्म का निर्देशन पार्क नाम-ओक द्वारा किया गया है, और यह फिल्म कोरियाई सिनेमा के स्वर्ण युग की एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जाती है। […]

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Movie Nurture: ओपेरा का भूत: 1943 की हॉरर क्लासिक का रोमांचक विश्लेषण

ओपेरा का भूत: 1943 की हॉरर क्लासिक का रोमांचक विश्लेषण

1943 में रिलीज़ हुई हॉरर फिल्म “Phantom of the Opera” एक क्लासिक फिल्म है, जिसे आर्थर लुबिन द्वारा निर्देशित किया गया है। यह फिल्म गॉथिक हॉरर और रोमांस का एक शानदार मिश्रण प्रस्तुत करती है, और यह गैस्टन लेरू के उपन्यास पर आधारित है। इस फिल्म में क्लॉड रेंस, नेल्सन एडी, और सुसन्ना फोस्टर मुख्य […]

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Movie Nurture: पर्दे पर राज करने वाली वनिश्री: दक्षिण सिनेमा का सुनहरा दौर

पर्दे पर राज करने वाली वनिश्री: दक्षिण सिनेमा का सुनहरा दौर

तेलुगु, तमिल और कन्नड़ सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाली मशहूर भारतीय अभिनेत्री वाणीश्री ने 40 वर्षों के अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्मों के साथ अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। प्रारंभिक जीवन वाणीश्री का जन्म 3 अगस्त 1948 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में हुआ था। उनका असली नाम रत्नमालिका है। […]

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Movie NUrture: करुलिना करे - कन्नड़ सिनेमा के स्वर्णिम युग की एक पुरानी याद

करुलिना करे – कन्नड़ सिनेमा के स्वर्णिम युग की एक पुरानी याद

1970 में रिलीज़ हुई “करुलिना करे” कन्नड़ सिनेमा की एक प्रमुख फिल्म है। इस फिल्म ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई और आज भी यह फिल्म अपनी बेहतरीन कहानी और दमदार अभिनय के लिए याद की जाती है। यह रोमेंटिक फिल्म एस.आर. पुट्टाना कनागल द्वारा लिखित और निर्देशित है और इस सिनेमाई […]

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Movie Nurture: सतरंगी परदे पर समांतराल: एक अनसुलझी पहेली

सतरंगी परदे पर समांतराल: एक अनसुलझी पहेली

1970 में रिलीज़ हुई बंगाली फिल्म ‘समांतराल’ एक अद्वितीय सिनेमाई कृति है, जो अपने गहन कथानक, उत्कृष्ट अभिनय और संवेदनशील संदेश के लिए जानी जाती है।इस फिल्म का निर्देशन गुरुदास बागची ने किया है और अभिनय से माधवी मुखर्जी, अनिल चटर्जी और लोलिता चटर्जी ने सभी का दिल जीता है। कहानी “समांतरल” प्यार, ग़लतफ़हमी और […]

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