फ्रैंक कैप्रा द्वारा निर्देशित “यू कांट टेक इट विद यू” एक दिल छू लेने वाली कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है जो विलक्षण चरित्रों, पारिवारिक गतिशीलता और खुशी की खोज को एक साथ जोड़ती है। 1 सितम्बर 1938 में रिलीज हुई यह फिल्म अपने बेहद आकर्षक प्रदर्शन और फुर्तीली पटकथा की बदौलत एक सदाबहार क्लासिक बनी हुई है।
स्टोरी लाइन
कहानी सिकामोर परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक अव्यवस्थित लेकिन प्रेमपूर्ण घर में रहने वाले मिसफिट्स का एक आनंदमय समूह है। एक सफल बैंकर, एंथनी पी. किर्बी, जो एक प्रसिद्ध फैक्टरी के आस पास की सारी जमीने खरीदना चाहता है, जिससे वह उस कंपनी पर अपना अधिकार कर सके, बस एक घर के अलावा सभी वह खरीद लेता है। और वह घर होता है सनकी सिकामोर परिवार का। सिकामोर परिवार में मार्टिन वेंडरहोफ़ (लियोनेल बैरीमोर द्वारा अभिनीत), एक दार्शनिक और लापरवाह व्यक्ति है जो आयकर का भुगतान करने से इनकार करता है। उनकी पत्नी, नाटक लिखती है और उनकी बेटी, ऐलिस (जीन आर्थर), परिवार की एकमात्र “सामान्य” सदस्य है।
ऐलिस को एक अमीर और रूढ़िवादी बैंकर एंथनी के बेटे टोनी किर्बी (जेम्स स्टीवर्ट) से प्यार हो जाता है, दोनों विवाह करना चाहते हैं। मगर दोनों के परिवार बहुत अलग हैं मगर जब एंथनी ऐलिस के परिवार से मिलता है तो उनका बहुत अपमान करता है। ऐलिस विवाह करने से मना कर देती है। धीरे – धीरे मार्टिन और ऐलिस के मिलने का दौर शुरू होता है और मार्टिन उसे हमेशा यह समझाता है कि वो जिस राह पर चल रहा है वहां वह अकेला ही रहेगा। ख़ुशी और प्यार अपनों से मिलता है पैसों से नहीं। ऐलिस को यह अहसाह उस समय होता है जब कंपनी का विलय हो जाता है और किर्बी का प्रतिस्पर्धी, रैमसे (एच.बी. वार्नर) उसकी निर्दयीता के कारण मर जाता है।
थीम और संदेश
वैयक्तिकता और स्वतंत्रता: साइकेमोर्स सामाजिक मानदंडों के अनुरूप होने से इनकार करते हुए, अपनी विचित्रताओं और जुनून को स्वीकार करते हैं। मार्टिन वेंडरहोफ़ का करों का भुगतान करने से इंकार करना एक ऐसी प्रणाली की अस्वीकृति का प्रतीक है जो व्यक्तित्व को दबा देती है।
प्यार और स्वीकृति: अपने मतभेदों के बावजूद, साइकैमोर्स एक-दूसरे से बिना शर्त प्यार करते हैं और स्वीकार करते हैं। उनकी गर्मजोशी और खुलापन किर्बीज़ की कठोरता के बिल्कुल विपरीत है।
धन बनाम ख़ुशी: फ़िल्म धन और रुतबे की चाहत पर सवाल उठाती है। किर्बी अमीर हैं लेकिन दुखी हैं, जबकि साइकैमोर्स साधारण सुखों में आनंद पाते हैं।
वर्तमान क्षण में जीना: सिकामोरस भविष्य की चिंताओं से मुक्त होकर, आज के लिए जीते हैं। उनका लापरवाह रवैया किर्बीज़ को अपनी प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रदर्शन
लियोनेल बैरीमोर (मार्टिन वेंडरहोफ़): बुद्धिमान और सनकी पितामह का बैरीमोर का चित्रण प्यारा है। जीन आर्थर के साथ उनके दृश्य विशेष रूप से मार्मिक हैं।
जीन आर्थर (ऐलिस सिकामोर): आर्थर ऐलिस में गहराई लाता है, प्यार और पारिवारिक वफादारी के बीच उसके आंतरिक संघर्ष को दर्शाता है।
जेम्स स्टीवर्ट (टोनी किर्बी): आर्थर के साथ स्टीवर्ट की ईमानदारी और केमिस्ट्री उनके रोमांस को विश्वसनीय बनाती है।
एडवर्ड अर्नोल्ड (एंथनी पी. किर्बी): एक सख्त व्यवसायी से जीवन की साधारण खुशियों की सराहना करने वाले व्यक्ति में अर्नोल्ड का परिवर्तन दिल को छू लेने वाला है।
निर्देशन एवं छायांकन
फ्रैंक कैप्रा का निर्देशन फिल्म में गर्मजोशी और आकर्षण भर देता है। कैमरा साइकैमोर घर के अव्यवस्थित लेकिन आकर्षक आंतरिक सज्जा को कैद करता है, जो परिवार की निकटता पर जोर देता है। बाहरी दृश्य, विशेष रूप से आतिशबाजी का प्रदर्शन, दृश्यात्मकता जोड़ता है।
विरासत और प्रभाव
“यू कांट टेक इट विद यू” ने 1939 में सर्वश्रेष्ठ चित्र के लिए अकादमी पुरस्कार जीता। इसकी स्थायी अपील इसके व्यक्तित्व, प्रेम और जीवन की खुशी के उत्सव में निहित है। कैप्रा की उत्थानशील कहानी पीढ़ी-दर-पीढ़ी गूंजती रहती है।
निष्कर्ष
जब हम साइकेमोर्स को नृत्य करते, जाइलोफोन बजाते और आतिशबाजी करते हुए देखते हैं, तो हमें याद आता है कि जीवन की सच्ची दौलत हँसी, प्यार और उन क्षणों में निहित है जो हम अपने विलक्षण, अपूर्ण परिवारों के साथ साझा करते हैं।
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