हमारी दुनिया में हादसे होते रहते हैं पर कुछ हादसे दिल दहला देने वाले होते हैं। जब उन सच्चाइयों को फिल्म और सिनेमा के झरोंखों से देखा जाता है तो पूरी दुनिया को पता चलता है कि किस तरह से बदले की आग आपको जला कर राख कर देती है।
पर्ल हार्बर फिल्म ऐसी ही एक असलियत से हमें रूबरू कराती है। यह फिल्म 2001 में रिलीज़ हुयी थी और यह 1941 में अमेरिका में हुए जापानी हमले की कहानी बताती है।
Story – फिल्म की कहानी शुरू होती है दो बचपन के दोस्तों के साथ रेफ़ मैककॉली और डैनी वॉकर, दोनों सैनिक बनकर एक पुराने प्लेन के साथखेल रहे हैं, जो प्लेन प्रथम विश्व युद्ध में सम्मलित हुआ था। बड़े होकर दोनों नौसेना के बेस्ट लेफ्टिनेंट बनते हैं।
रेफ़ की मुलाकात नेवेल हॉस्पिटल की एक नर्स एवलिन से होती है,जो कि डिस्लेक्सिया होने के बाद भी अपनी मेडिकल की परीक्षा दे रही है। 4 हफ़्तों में वह दोनों एक दूसरे के बेहद करीब आ जाते हैं। एक दिन डिनर पार्टी में रेफ़ एवलिन को एक वॉर में अपने जाने की बात बताता है। रेफ चला जाता है और कुछ दिनों के बाद उसकी मौत की खबर लेकर डैनी उसके पास आता है।
कुछ समय बाद डैनी और एवलिन प्यार करने लगते हैं एक दूसरे से , इस फिल्म में Love Triangle दिखाया गया है। रेफ़ वापस आ जाता है और वह बताता है कि फ्रांस सैनिकों ने उसे किडनैप कर लिया था। फिर उसको पता चलता है डैनी और एवलिन के प्यार के बारे में।
फिल्म का महत्वपूर्ण भाग शुरू होता है, अमेरिका और जापान के बीच दूसरे विश्व युद्ध के समझौते की बात चल रही है और उसी बीच जापान अमेरिका के सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित नौसेना के बंदरगाह पर्ल पर बिना चेतावनी के 7 दिसम्बर 1941 को अपने 350 लड़ाकू विमानों के साथ हमला किया। यह हमला 1 घंटे और 15 मिनट चला।
यह हमला उस समय हुआ था जब सभी लोग सो रहे थे। इस हमले में कम से कम 2500 सैनिकों की मौत हुई और करीबन हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह हमला इतना अचानक हुआ कि किसी को भी संभलने का और सोचने का मौका ही नहीं मिला।
कुछ ही समय में बेहद खूबसूरत पर्ल बंदरगाह और सबसे सुरक्षित नेवल बेस कैंप कब्रिस्तान में बदल गया था। डैनी, रेफ़ और उनके कुछ साथी इस आक्रमण का सामान करते हैं। इस हमले के बाद अमेरिका दूसरे विश्व युद्ध में सम्मलित हुआ था।
डैनी और रेफ़ अपनी टीम के साथ जापान पर हवाई हमला करते हैं जिसमे डैनी की मौत हो जाती है और मरते समय डैनी रेफ़ को बताता है कि एवलिन उसके बच्चे की माँ बनाने वाली है और अब से वह बच्चा उसका है।
अमेरिका ने इस हमले का बदला लेने के लिए जापान के नागासाकी और हिरोशिमा में 1945 में उसी समय एटम बम गिराया जब सब सो रहे थे और इसका प्रभाव जापान आज भी झेल रहा है।
इस फिल्म की शूटिंग Kualoa Ranch. Hawaii Valley, Tustin Naval Air Station, Linda Vista Community Hospital, Lincoln Park Motel और अन्य जगहों पर हुयी है. इनमे से कुछ लोकेशन उस भयानक हमले के मंज़र को आज भी बयां करते हैं।
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