द विजार्ड ऑफ ओज़ एक अमेरिकन म्यूजिकल फैंटेसी फिल्म है जो 25 अगस्त 1939 को अमेरिकाल सिनेमा में रिलीज़ हुयी थी और इस फिल्म का नाम दुनिया के बेस्ट सुपर हिट फिल्मों में आता है। यह फिल्म द वंडरफुल विजार्ड ऑफ ओज़ फैंटेसी उपन्यास पर आधारित है जिसको लिखा है एल फ्रैंक बॉम ने। यह फैंटेसी उपन्यास दुनिया भर के बच्चों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है।
यादगार कथा और कलाकारों के साथ यह फिल्म एक अमेरिकी पॉप कल्चर आइकन बन गई थी। इसे बेस्ट पिक्चर सहित छह ऑस्कर पुरस्कारों के लिए नामांकित भी किया गया था।
Story –फिल्म की कहानी शुरू होती है डोरोथी गेल एक छोटी सी बच्ची के साथ जो अपने एक प्यारे से कुत्ते टोटो के साथ अपने अंकल हेनरी और आंटी एम के साथ केन्सेस फार्म में रहती है। एक दिन डोरोथी अपने कुत्ते टोटो के साथ खेल रही थी उतने में ही एक तूफ़ान उसकी तरफ आता हुआ दिखा और वह अपने टोटो को लेकर घर के अंदर चली गयी। तूफ़ान इतना तेज़ था कि घर के अंदर भी डोरोथी को संघर्ष करना पड़ रहा था। वह तूफ़ान उसके घर को लेकर कहीं दूर चला गया।
जब तूफ़ान रुका तो डोरोथी टोटो के साथ घर के बाहर आयी तो वह यह देखकर हैरान हो जाती है कि उसके अस्स पास कई छोटे – छोटे बौने है और वह सभी खुशियां मना रहे हैं। जिससे पहले डोरोथी कुछ समझ पाती एक बौना उसके पास आता है और बताता है कि वह मुंचकिन बोनो की दुनिया में आ गयी है और वह उसको अपने घर की तरफ इशारा करता है। तो डोरोथी देखती है कि उसके घर के नीचे कोई दब कर मर गया है वह उसके लिए सभी से माफ़ी माँगती है।
मगर सभी कहते हैं कि उसने यह अच्छा किया क्योंकि वह एक चुड़ैल थी और पूरब देश से आयी और यहाँ पर सभी को बहुत परेशां करती थी। वहां के सभी लोग डोरोथी को एक जादुई जेते देते हैं जो उस चुड़ैल के थे। वह उपहार लेकर डोरोथी बहुत खुश हो जाती है और उसके बाद वह अपने गांव लौटने की बात करती है, तो वहां पर रहने वाले उसको ओज़ के जादूगर के बारे में बताते हैं कि उसके गांव पहुंचने में वह मदद कर सकता है।
उसके लिए डोरोथी को एक पीले पत्थरों की सड़क पर जाना होगा और वह उनके बताये गए रस्ते पर चल पड़ती है। और जब वह एक खेत से गुजर रही थी तोउसको एक आवाज़ आती है तो वह रुक जाती है तो देखती है कि एक बिजूका उससे बात कर रहा है और वह अपनी परेशानी डोरोथी को बताता है तो वह कहती है कि में मदद नहीं कर सकती मगर ओज़ का जादूगर कर सकता है तो वह भी डोरोथी के साथ आने का अनुरोध करता है फिर तीनो एक साथ चल पड़ते हैं।
तीनों थोड़ी दूर ही पहुंचे थे कि उन्हें एक टिन मेन दिखा, वह डर गए फिर टिन मेन करीब आया और अपनी परेशानी बताई उसके बाद उसने भी इन तीनों का साथ लिया जादूगर के पास जाने को। कुछ दिन चलने के बाद अचानक एक शेर ने हमला कर दिया और सभी को टिन मेन ने बचा लिया। मगर डोरोथी को पता चला कि यह शेर को बहुत कमज़ोर है तो वह उससे भी कहती है कि तुम भी मेरे साथ चलो जादूगर के पास और वह भी चल पड़ता है।
सभी ओज़ो के जादूगर के पास जाते हैं और उससे अपनी सभी परेशानियों के बारे में बताते हैं, जादूगर सभी को आश्वासन देता है कि वह सभी की परेशानियां दूर कर देगा मगर उन सभी को उसका भी एक काम करना पड़ेगा , पश्चिम की छेडेल को मारना है यह बात जानकर डोरोथी और उसके साथी परेशां हो जाते हैं मगर वह हां कर देते हैं और पश्चिम के रास्ते चल पड़ते हैं।
पश्चिम की चुड़ैल के पास एक दूरबीन होती है जिससे वह डोरोथी और उसके साथियों को देख लेती है और अपने भेड़ियों को उन सभी को मरने का आदेश देती है। भेड़ियों ने सभी पर आक्रमण कर दिया तो टिन मेन ने उन सभी को मार गिराया यह देखकर चुड़ैल ने बहुत सारे कौओ को भेजा तब सभी की सुरक्षा बिजूका ने की और सभी को भगा दिया। उसके बाद आगबबूला चुड़ैल ने उड़ने वाले बंदरों को बुलाया सभी को मरने के लिए।
उड़ने वाले बंदरों ने सभी को बंधक बना लिया और चुड़ैल के सामने पेश किया। चुड़ैल ने डोरोथी से उसके जूते मांगे मगर डोरोथी ने मना कर दिया क्योकि वह उपहार के थे। चुड़ैल ने डोरोथी को बहलाने की कोशिश की और उसको बोलै कि चलो हम कुछ खाके आते हैं और वह दोनों किचिन में चली गयी उससे पहले चुड़ैल ने वहां पर पानी गिरा दिया था जो डोरोथी को नहीं दिखा और वह फिसल गयी और एक जूता उसके पैर से निकलकर चुड़ैल के हाथों में आ गया।
उसके बाद चुड़ैल ने दूसरे जूते की भी मांग की तभी डोरोथी को जादूगर द्वारा कही हुयी बात याद आ गयी कि चुड़ैल पानी डालने से पिघल जाएगी और डोरोथी वही करती है और चुड़ैल का खात्मा करके जादूगर के पास आते हैं और सब कुछ बताते हैं जादूगर सभी की ख्वाइश पूरी करता है बिजूका को दिमाग देता है, शेर को साहस और टिन मेन को दिल मगर डोरोथी रह जाती है तो वह पूछती है कि मेरी तो ख्वाइश ही पूरी नहीं की अपने उस पर जादूगर कहता है कि तुमने जादुई जूते पहने इनको 3 बार जमीन पर पटकने से ख्वाइश पूरी हो जाएगी। डोरोथी ऐसा ही करती है और अपने घर अपने अंकल आंटी के पास पहुँच जाती है।
Songs & Cast – जूडी गारलैंड ने डोरोथी गेल का किरदार निभाया है और उनका साथ दिया है फ्रैंक मॉर्गन (प्रोफेसर मार्वल), जैक हेली (द टिन मैन), चार्ली ग्रेपविन (अंकल हेनरी ),क्लारा ब्लैंडिक (आंटी एम) और भी अन्य कलाकारों ने।
इस फिल्म में संगीत हेरोल्ड आर्लेन और हर्बर्ट स्टोअर्थ ने दिया है और इसमें 25 गाने हैं – “ओवर द रेनबो “,”कम आउट -कम आउट “, “साइक्लोन “, “इट रिअली वाज़ नो मिरेकल “, “फॉलो द येलो ब्रिक रोड “, “इफ आई ओनली हेड अ ब्रेन “, “द मेरी ओल्ड लैंड ऑफ़ ओज़ “,
इस फिल्म की अवधि मात्र 1 घंटे और 52 मिनट्स है और यह फिल्म मर्विन लेरॉय ने निर्मित की थी।
Location – इस फिल्म की कुछ शूटिंग लॉस एंजेल्स के बाहरी बेहद खूबसूरत जगहों पर हुयी है और बाकि की शूटिंग एमजीएम के कलेवर सिटी स्टूडियो में की गयी थी।