द एक्सॉर्सिस्ट एक प्रसिद्ध हॉलीवुड हॉरर फिल्म है जिसने 1973 में रिलीज होने के बाद से दुनिया भर के दर्शकों को मोहित कर लिया है। विलियम फ्रीडकिन द्वारा निर्देशित और विलियम पीटर ब्लैटी के उपन्यास पर आधारित यह फिल्म, रेगन नाम की एक युवा लड़की की कहानी है, जो एक राक्षसी के वश में हो जाती है। फिल्म के विश्वास, बुराई और अलौकिक विषयों ने इसे एक टाइमलेस क्लासिक बना दिया है जो आज भी डरावनी फिल्मों को प्रभावित करता है।
यह फिल्म हॉलीवुड की ऑल टाइम हॉरर और पसंदीदा फिल्म है और यह सिनेमाघरों में 26 दिसम्बर 1973 को रिलीज़ हुयी थी। 122 मिनट्स की इस फिल्म को बच्चों को देखने की इजाज़त नहीं थी।

स्टोरी लाइन
फिल्म की कहानी शुरू होती है उत्तरी इराक में एक पादरी लंकेस्टर मेरिन से, जो पुरातात्विक खुदाई में मिले एक दानव के अवशेष देखकर कुछ बहुत बुरा होने का अंदेशा लगाते हैं। उसके बाद कहानी सीधे वाशिंगटन के एक घर से शुरू होती है जहाँ क्रिस नाम की एक अभिनेत्री रहती है अपनी बेटी के साथ। कुछ समय बाद रेगन अजीब सा व्यवहार करना शुरू कर देती है , जिसमें जीभ में बोलना और अलौकिक शक्ति का प्रदर्शन करना शामिल है। हमेशा रेगन अपने एक दोस्त की बात करती रहती हैऔर वो हमेशा उसके साथ होता है, मगर वह किसी को भी दिखाई नहीं देता।
रेगन की यह हालत और बातें सुनकर क्रिस सबसे पहले उसका मेडिकल चेक अप करवाती है मगर उसमे सब कुछ ठीक आता है। शारीरिक ठीक होने के बाद भी रेगन का व्यवहार दिन प्रतिदिन अजीब सा होने लगा था। यह सब देखकर क्रिस ने मदद के लिए कैथोलिक चर्च का रुख किया। फादर डेमियन कर्रास रेगन से मिलते हैं और उसके पास मौजूद राक्षस होने का दावा करते हैं और यह भी बताते हैं कि रेगन उसके वश में है।
वह राक्षसी भूत बेहद शक्तिशाली है और उसके लिए फादर मेरिन को बुलाया जाता है। दोनों मिलकर उस को भागने में कामयाब होते हैं मगर उसके चलते फादर डेमियन कर्रास की मौत हो जाती है।

द मेकिंग ऑफ़ द एक्सॉर्सिस्ट
एक्सॉर्सिस्ट अपने समय की ही नहीं बल्कि इस समय की भी एक ज़बरदस्त फिल्म है। फिल्म के विशेष प्रभाव, मेकअप और व्यावहारिक प्रभावों के उपयोग ने डरावनी फिल्मों के लिए एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। निर्देशक विलियम फ्रीडकिन ने फिल्म में यथार्थवाद की भावना पैदा करने के लिए व्यावहारिक प्रभावों का उपयोग करने पर जोर दिया। रेगन के सिर के 360 डिग्री घूमने का प्रतिष्ठित दृश्य बेहद डरावना है।
एक्सॉर्सिस्ट की थीम
एक्सॉर्सिस्ट फिल्म विश्वास, अच्छाई बनाम बुराई और अलौकिक विषयों को दर्शाता है। फिल्म में कैथोलिक चर्च के चित्रण और भूत-प्रेत के उपयोग ने इसे एक विवादास्पद फिल्म बना दिया है। एक्सॉर्सिस्ट फिल्म मानसिक बीमारी और मासूमियत को नुकसान पहुंचाने वाले विषयों से भी संबंधित है।
एक्सॉर्सिस्ट फिल्म ब्लॉकबस्टर हिट रही और इसको दस अकादमी पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया था और दो जीते। इतनी सफलता के बावजूद, फिल्म को धार्मिक समूहों से नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।

एक्सॉर्सिस्ट के आईकॉनिक दृश्य
एक्सॉर्सिस्ट फिल्म प्रतिष्ठित दृश्यों से भरी हुयी है। रेगन का सिर घूमना, उसका उत्तोलन, और उसका भद्दा मेकअप फिल्म के यादगार पलों में से कुछ हैं। रेगन के बेडरूम में होने वाली फिल्म का चरमोत्कर्ष भूत भगाने का दृश्य, हॉरर फिल्म के इतिहास में सबसे भयानक दृश्यों में से एक है।
एक्सॉर्सिस्ट का साउंडट्रैक
द एक्सॉर्सिस्ट का हॉन्टिंग स्कोर जैक नीत्शे द्वारा रचित था और हॉरर फ़िल्म इतिहास में सबसे अधिक पहचाने जाने वाले साउंडट्रैक में से एक है।
द एक्सॉर्सिस्ट एक टाइमलेस क्लासिक है जो रिलीज़ होने के 40 से अधिक वर्षों के बाद भी दर्शकों को चौंकाता और डराता है। व्यावहारिक प्रभावों और मनोवैज्ञानिक आतंक के इसके ज़बरदस्त उपयोग ने इसे डरावने प्रशंसकों के लिए अवश्य देखी जाने वाली फिल्म बना दिया है।