WALL-E 2008 में रिलीज़ हुयी एक अमेरिकन एनिमेटेड फिक्शन फिल्म है, जिसका निर्देशन एंड्रयू स्टैंटन ने किया था और उन्होंने इस फिल्म में भविष्य में रोबोट के होने वाले उपयोग को दिखाया है।
फाइंडिंग निमो की सफलता के बाद स्टैंटन ने एक ऐसी फिक्शन फिल्म बनाने के बारे में सोचा जो कि पानी के साथ – साथ अंतरिक्ष में भौतिक गतिविधियां कर सके। इस फिल्म के शुरुवात में काफी कम संवाद है ज्यादातर इसमें रोबोटिक ध्वनि का इस्तेमाल किया गया है।
यह फिल्म 27 जून को अमेरिका में रिलीज़ हुयी और आलोचकों द्वारा काफी प्रशंनीय रही। 180 मिलियन डॉलर में बनी फिल्म ने 521 मिलियन डॉलर की कमाई करी। उस वर्ष की यह 9th सुपरहिट फिल्म बनी। यह पहली ऐसी एनिमेटेड फिल्म थी जिसमें लाइव-एक्शन कैरेक्टर दिखाए गए थे।
Story Line
फिल्म की कहानी 22 वी सदी से शुरू होती है पृथ्वी से , जहाँ पर इंसानों के लालच की वजह से काफी कचरा हो जाता है, और उसको साफ़ करने के लिए WALL-E नामक एक रोबोट का अविष्कार होता है। दिखने में खूबसूरत और नयी टेक्नोलॉजी के साथ WALL-E पृथ्वी पर आता है। जहाँ पर उसको कई ऐसे रोबोट्स मिलते है जो बहुत ही अलसी और मोठे होते हैं। अपना काम करने के साथ साथ WALL-E उनमे नयी एनर्जी भरता है।
कुछ समय बाद WALL-E की मुलाकात EVE से होती है, फिल्म में दोनों की अच्छी दोस्ती के साथ साथ प्रेम भी दिखाया गया है। EVE को एक प्लांट की सुरक्षा के लिए रखा जाता है। प्लांट चोरी हो जाता है और EVE उसका इल्जाम WALL-E पर लगाती है।
इसके बाद WALL-E को अंतरिक्ष में भेज दिया जाता है। बहुत जल्द EVE को सच पता चलता है और मुश्किलों से EVE को अंतरिक्ष में WALL-E मिलता है। दोनों एक दूसरे के साथ कई सारी मुश्किलों का सामना करते हैं और अंत में प्लांट को ढूंढ लेते हैं।
फिल्म रिलीज़ के 5 महीने बाद इसकी नवंबर में वॉल्ट डिज़नी स्टूडियो होम एंटरटेनमेंट द्वारा ब्लू-रे डिस्क और डीवीडी मार्किट में आयी। उसी वर्ष इस फिल्म की 9,042,054 डीवीडी यूनिट बिक गयी और यह फिल्म डीवीडी बिक्री में तीसरे नंबर की सबसे बड़ी फिल्म बन गयी।
स्टैंटन ने इस फिल्म के जरिये पर्यावरण के पहलू पर जोर दिया , कि किस तरह से हमारा लालच और आगे बढ़ने ही होड़ इंसान को और इस गृह को बर्बाद कर देगी। और दूसरी तरफ उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में इस तरह के भी रोबोट होंगे जो मानवता के लिए उपयोगी रहेंगे।