सोचिए, सिनेमा हॉल में अंधेरा होता है। सफेद पर्दे पर चलचित्र नाचने लगते हैं, लेकिन कोई आवाज़ नहीं होती। न...
Read moreहो सकता है आपने चार्ली चैपलिन की मूक फिल्में देखी हों, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत की पहली मूक...
Read moreकल्पना कीजिए, एक धुंधली सी स्क्रीन पर छाया-छवियाँ नाच रही हैं। कोई डायलॉग नहीं, सिर्फ़ एक पियानो या हारमोनियम की...
Read moreसोचिए, बिना एक शब्द बोले... बिना गानों के... बिना डायलॉग के... सिर्फ़ चेहरे के हाव-भाव, शरीर की भाषा, और आँखों...
Read moreये सवाल अक्सर दिमाग में आता है: "क्या साइलेंट फिल्मों के दौर में भी महिला अभिनेत्रियां या फिल्म निर्माता थीं?"...
Read more1920 के दशक की एक सर्द शाम, मुंबई के चांदनी चौक में एक भीड़ जमा है। बीच सड़क पर एक...
Read moreसंगीत हमेशा हॉलीवुड फिल्मों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह उन फिल्मों में भावना, उत्साह और नाटक को जोड़ता...
Read moreरेमन नोवारो मूक फिल्म युग के दौरान हॉलीवुड के सबसे चमकते सितारों में से एक थे। मेक्सिको में एक युवा...
Read moreमूक फिल्में, फिल्मों में ध्वनि जोड़े जाने से पहले बनी सबसे शुरुआती फिल्में हैं। ये फिल्में अपनी कहानियों को बताने...
Read moreपुरानी फ़िल्में, जिन्हें अक्सर "क्लासिक" कहा जाता है, हमारे दिलों में एक ख़ास जगह रखती हैं। भले ही वे कई...
Read more© 2020 Movie Nurture