एक सुबह, भुवनेश्वर के एक सिनेमा हॉल के बाहर कतार लगी थी। टिकट खिड़की पर युवाओं का हुजूम "सिनेमा हॉल...
Read moreगर्मी की एक सुबह, टोक्यो की सड़कों पर चलते हुए, एक युवती ने स्टूडियो के गेट पर खड़े होकर सपने...
Read more1980 का दशक मलयालम सिनेमा के इतिहास में एक स्वर्णिम युग के रूप में याद किया जाता है। यह वह...
Read moreसुबह के चार बजे। बंबई के दादर इलाके में एक मकान के बाहर बैलगाड़ी रुकी। ड्राइवर ने ढेर सारे लकड़ी...
Read moreसाल 1942 की एक गर्म रात, बम्बई के मोहन स्टूडियो के सेट पर बल्बों की रोशनी में एक कैमरामैन पसीना...
Read moreसाल 1975, दक्षिण कोरिया में सैन्य तानाशाही का दौर। युवाओं के सपनों पर लोहे के जूते चल रहे हैं, विरोध...
Read moreअगर आपसे कोई पूछे कि 1950 के दशक की वह बॉलीवुड फिल्म कौन सी है जिसमें मधुबाला की मासूमियत, गुरु...
Read more1971 का साल, जब पूर्वी पाकिस्तान में बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम की आग भड़क चुकी थी, और पश्चिम बंगाल की...
Read more1981 सिनेमाघरों में एक फिल्म आई, जिसका नाम था—"चारियट्स ऑफ़ फायर"। इस फिल्म की शुरुआत हुई समंदर किनारे धीमी गति...
Read more1930s... का वो दशक, जब बॉलीवुड "बॉलीवुड" नहीं, "हिंदी सिनेमा" था। चमक-दमक नहीं, संघर्ष था। पर्दे पर जादू दिखता था,...
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© 2020 Movie Nurture
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