1940 का साल। यूरोप में द्वितीय विश्वयुद्ध की आग धधक रही थी, और ब्रिटेन के आसमान पर जर्मन बमवर्षकों के छाये होने के बावजूद, सिनेमाघरों […]
Category: old Films
Five Golden Flowers (1959): चीन की वो फिल्म जिसमें खिले थे प्यार और समाजवाद के रंग
साल 1959 की बात है। चीन में ‘ग्रेट लीप फॉरवर्ड’ का दौर चल रहा था—जहाँ एक तरफ़ लोहे के कारख़ाने धुआँ उगल रहे थे, वहीं […]
Chinatown (1974): वह फ़िल्म जिसने हॉलीवुड को सिखाया ‘अंधेरे में उजाला ढूंढना’
क्या कोई फ़िल्म आपकी ज़िंदगी को बदल सकती है? अगर हाँ, तो रोमन पोलांस्की की “Chinatown” उन चंद फ़िल्मों में से एक है जो आपको […]
घरौंदा: 1977 की एक सदाबहार बॉलीवुड क्लासिक
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, जिसे अक्सर बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है, सिनेमाई उत्कृष्टता का खजाना रही है। इसकी कई क्लासिक फिल्मों में से, “घरौंदा” […]
प्रेमदा कनिके: एक ऐसी फिल्म जो कभी पुरानी नहीं होती
कन्नड़ फिल्म उद्योग, जिसे सैंडलवुड के नाम से जाना जाता है, ने दुनिया को कई सिनेमाई रत्न दिए हैं। उनमें से, “प्रेमदा कनिके” 1970 के […]
म्यूजिकल इम्प्रोवाइसेशन इन हॉलीवुड : अ जर्नी थ्रू द चेंज
संगीत हमेशा हॉलीवुड फिल्मों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह उन फिल्मों में भावना, उत्साह और नाटक को जोड़ता है जिन्हें हम पसंद करते […]
पुराना बॉलीवुड संगीत: सुनहरी धुनों के ज़रिए एक सफ़र
पुराना बॉलीवुड संगीत खूबसूरत गानों से भरा एक ख़ज़ाना है जो हमें समय में वापस ले जाता है। ये गाने आज भी दादा-दादी से लेकर […]
मैडम फ्रीडम (1956): आधुनिकता, इच्छा और सामाजिक परिवर्तन की एक टाइमलेस खोज
हान ह्युंग-मो द्वारा निर्देशित मैडम फ्रीडम (1956) दक्षिण कोरिया की सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली फिल्मों में से एक है। जियोंग बि-सोक के धारावाहिक उपन्यास से […]
“लॉरेंस ऑफ अरेबिया” की दृश्यात्मक भव्यता: एक समीक्षा
सिनेमा की दुनिया में कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो अपने समय से बहुत आगे होती हैं और दशकों बाद भी उनकी प्रासंगिकता और भव्यता […]