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Home Hindi

Citizen kane – मीडिया के बादशाह की तन्हा जिंदगी की कहानी

Sonaley Jain by Sonaley Jain
October 19, 2020
in Hindi, Hollywood, Movie Review, old Films
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Citizen kane –  मीडिया के बादशाह की तन्हा जिंदगी की कहानी
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Citizen kane एक ऐसी अमेरिकन फिल्म है जो विश्व की 100 वर्षों की 100 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में अपना नाम दर्ज़ करवा चुकी है। यह फिल्म 1 मई 1941 को थियेटर में रिलीज़ हुयी और 5 सितम्बर 1941 को अमेरिका के सिनेमा घरों में इसको प्रदर्शित किया गया। यह फिल्म कई आलोचकों, फिल्म निर्माताओं और प्रशंसकों द्वारा बनाई गई अब तक की सबसे बड़ी पसंदीदा फिल्म मानी जाती है। 

यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति के जीवन की कहानी है, जो अपनी मेहनत से अमेरिकन मीडिया का बादशाह बना मगर इतने रिश्ते होते हुए भी वह जीवन भर तन्हा ही रहा और उसकी मृत्यु के समय भी वह अकेला ही था। इस फिल्म का निर्देशन ओरसन वेल्स ने किया था। किस तरह से जीवन में उतार चढ़ाव आते हैं और किस तरह से हम उसको संतुलित करते हैं। 

Story – कहानी शुरू होती है एक बुजुर्ग इंसान चार्ल्स फोस्टर केन और वह ज़ानाडू नामक अपने महल में बिस्टेर पर लेटे अपने आखिरी पल बिता रहे हैं, हाथ में उनके बर्फ का ग्लोब है और “रोजबड” शब्द कहकर वह इस दुनिया से रुक्सत ले लेते हैं। जिसकी मृत्यु हुयी वह कोई आम इंसान नहीं था वह अमेरिका के मीडिया का बादशाह कहलाने वाला केन था, जिनका काफी अर्से तक मीडिया में एकाधिकार रहा। 

केन की मृत्यु पूरे देश में सनसनीखेज़ के रूप में प्रस्तुत होती है और एक बहुत बड़ा समाचार पत्र न्यूज़रील ऑबच्यूएर, केन के जीवन के बारे में बताना शुरू करता है और उसका प्रोडूसर रोजबर्ड शब्द का मतलब पता लगाना  चाहता है कि वह क्या है किसी दोस्त का नाम, किसी प्रॉपर्टी का नाम या फिर और क्या हो सकता है।  इसके लिए वह अपने एक रिपोर्टर जैरी थॉम्पसन को “रोजबड” का अर्थ खोजने में लगा देता है, जो केन के आखिरी शब्द थे। 

थॉम्पसन सारी तैयारियों के साथ केन के दोस्तों और उसके साथ काम करने वालों का इंटरव्यू लेता है और वह केन की पत्नी सुसान अलेक्जेंडर केन के साथ भी संपर्क करने की कोशिश करता है जो अब एक नाइट क्लब चलाती है, लेकिन वह कुछ भी बताने से मना कर देती है और उसे ऐसा कुछ भी नहीं पता चलता।

उसके बाद थॉम्पसन केन का निजी जीवन जानने के लिए वॉटर पार्क्स थैचर जाता है  संसथान है जहाँ से थॉम्पसन को केन के लिखित डाक्यूमेंट्स से पता चलता है कि किस तरह केन का बचपन कोयले की खान के बीच गरीबी  में गुजरा था।  जैसे जैसे केन बड़ा होता गया धीरे धीरे वह पत्रकारिता से जुड़ता चला गया। कुछ समय बाद उसने न्यू यॉर्क इन्क्वायरर पर अपना अधिकार कर लिया। 

किस तरह से 1929 के ग्रेट डिप्रेशन में केन ने अपने पत्रकारिता के व्यापर को एक नयी उचाइयां दी। उसके बाद थॉम्पसन केन के मैनेजर बर्नस्टीन का इंटरव्यू लेता है और वह पुरानी यादों को यार करते हुए बताता है कि जब केन का अख़बार का व्यापर बहुत अच्छा चल रहा था तो राजनीती से संपर्क बढ़ाने के लिए उन्होंने राष्ट्रपति की भतीजी एमिली से विवाह कर लिया था मगर वह विवाह महज एक वर्ष में ही टूट गया। 

उसके बाद केन के जीवन में एक गायिका सुसान अलेक्जेंडर का आगमन होता है और कुछ समय बाद केन उससे विवाह कर लेते हैं।  गायिकी की शौकीन सुसान के लिए केन ने देश भर में कई सारे ओपेरा खोले मगर प्रतिभा ना होने की वजह से वह सब बंद भी गए। केन के एक रिपोर्टर लेलैंड ने सुसान की प्रतिभा के बारे में एक नकारात्मक लेख भी लिखा था, यह जानकर केन ने उसको नौकरी निकाल दिया, मगर वह लेख फिर भी प्रकाशित हुआ , किसी दूसरे अख़बार में। 

थॉम्पसन फिर से सुसान को संपर्क करता है ,और  इस बार वह इंटरव्यू के लिए मान जाती है और वह थॉम्पसन को बताती है कि केन ने किस तरह हर एक मोड़ पर उसका करियर बनाने की बहुत कोशिश की मगर प्रतिभा ना होने की वजह से यह संभव नहीं हो पाया।मगर उसके बाद भी केन ने हार नहीं मानी वह सुसान को हमेशा प्रोत्साहित करता रहता था। एक दिन जब सुसान ने आत्महत्या करने की कोशिश की तब जाकर केन ने उसको यह छोड़ने की अनुमति दी।

उसके बाद कुछ समय तक सब कुछ सही चलता रहा फिर दोनों में झगड़े होने लगे और सुसान ने केन को छोड़ दिया। उसके बाद थॉम्पसन केन के बटलर रेमंड  है जो स्वीकार करता है कि सुसान के जाने के बाद, केन ने हिंसक प्रवर्ती अपना ली थी।  वह अपने कमरे के सामान तोड़ते रहते थे। थॉम्पसन सभी से मिला उसके बाद उस ने यह निष्कर्ष निकाला कि वह रहस्य को हल करने में असमर्थ है और केन के अंतिम शब्द का अर्थ हमेशा के लिए एक रहस्य ही बना रहेगा। 

ज़ानाडू में केन के सामानो को कर्मचारी अच्छे से रख रहे होते है उतने में ही उन्हें उस स्लेज का पता लगता है जिस पर आठ वर्षीय केन ने खेलते समय अपने होने वाले व्यापर का नाम लिखा था “रोजबड” 

Songs & Cast –  इस फिल्म में संगीत बर्नार्ड हेरमैन ने दिया है  – “प्रील्यूड”, “सनसेट नरेटिव”, “द ग्लास बॉल “, आदि और यह सभी गाने उस ज़माने के सुपरहिट रहे थे। 

इस फिल्म में जिन  जिन कलाकारों ने अभिनय किया उन सब के अभिनय की मिसाल आज तक दी जाती है जोसेफ जडेदियाह ने लेलैंड का किरदार निभाया, सुसान अलेक्जेंडर केन के लिए डोरोथी कॉमिंगोर ने अपने अभिनय की एक मिसाल कायम की। एमिली का किरदार निभाया रूथ वारिक ने ,विलियम एलांड ने जेरी थॉम्पसन को निभाया परदे पर और चार्ल्स फोस्टर केन का किरदार निभाया इस फिल्म के निर्देशक और निर्माता ओर्सन वेल्स ने।  

इस फिल्म की अवधि 1 घंटे और 53 मिनट्स है।

Location –  इस फिल्म की कुछ शूटिंग कैलिफ़ोर्निया और लॉस एंजेल्स के पास हुयी है और फिल्म के कुछ हिस्से सैन डिएगो चिड़ियाघर और बल्बको पार्क में फिल्माए गए हैं।

Tags: best filmBest Hollywood Filmold best Film
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