फ्रेंकस्टीन एक अमेरिकन प्री-कोड साइंस फिक्शन हॉरर फिल्म है , जो 21 नवंबर 1931 को सिनेमा घरों में रिलीज़ हुयी। यह फिल्म 1818 में आये मैरी शेली के एक उपन्यास फ्रेंकस्टीन से प्रेरित थी। 70 मिनट्स की इस फिल्म का निर्देशन जेम्स व्हेल ने किया था।
2 लाख में बनी इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस में कलेक्शन कम से कम 12 करोड़ का रहा। फिल्म बॉक्स ऑफिस में सुपरहिट साबित हुयी और दर्शकों द्वारा इतनी पसंद की गयी कि इसके सीक्वेल्स भी बने 1935 में ” ब्राइड ऑफ फ्रेंकस्टीन” और 1939 में “सन ऑफ फ्रेंकस्टीन” 1942 में “द घोस्ट ऑफ फ्रेंकस्टीन ” इसके अलावा और भी कई सारे सीक्वेल्स बने और अच्छी बात यह थी कि जनता के द्वारा सभी बेहद पसंद किये गए।
Story Line
फिल्म की कहानी शुरू होती है एक सनकी वैज्ञानिक हैनरी फ्रेंकस्टीन से, जो अपने साथियों के साथ एक लेब में एक मॉन्स्टर बनाने का काम करता है। वह मरे हुए अलग अलग मानव शरीर के टुकड़ों को जोड़ता है और उनसे एक मानव बनाता है। अब बारी आती है उसमे जान डालने की। तो इस कार्य में मदद के लिए वह अपने एक प्रोफेसर को बुलाता है।
वहीँ दूसरी तरफ हैनरी की मंगेतर ऐलिज़ाबेथ अपने दोस्त विक्टर के साथ हैनरी के काम की चर्चा करते हैं और उसके काम को देखने के लिए उसकी लेब में आते हैं। वह उसी समय आते जब हैनरी अपने बनाये गए मानव में जान डाल रहा होता है। एक बहुत तेज रौशनी के साथ मॉन्स्टर उठता है। शुरू में तो वह बच्चों के जैसा व्यव्हार करता है, और हैनरी की हर बात मानता है।
थोड़ी देर में ही वह मॉन्स्टर उस लेब की छत को तोड़ देता है और सूरज की रोशनी के संपर्क में आते ही , आक्रामक रूप ले लेता है और वहां पर खड़े सभी लोगों पर हमला करने की कोशिश करता है , मगर वह हैनरी के द्वारा काबू कर लिया जाता है और एक कमरे में बंद हो जाता है।
इस हादसे के बाद हैनरी और वॉल्टर दोनों मॉन्स्टर को ख़तम करने का निर्णय लेते हैं। वॉल्टर के आश्वासन के बाद हैनरी अपनी शादी की तैयारियों में व्यस्त हो जाता है। वहीँ दूसरी तरफ वॉल्टर को मॉन्स्टर मार देता है और वहां से भाग जाता है। भागते भागते मॉन्स्टर की नज़र मरिया नाम की एक बच्ची पर पड़ती है जो कि फूलों के साथ खेल रही होती है। मॉन्स्टर भी उसके साथ खेलता है उसका खेल , फूलों को नदी में डालने का। मगर जैसे ही फूल ख़तम हो जाते हैं तो वह मरिया को ही नदी में फेंक देता है।
मरिया की मौत हैनरी को मॉन्स्टर का बेकाबू होने का और वॉल्टर की मौत का अंदेशा देती है। सभी लोग हैनरी के साथ मॉन्स्टर को ढूंढने निकलते हैं। कुछ ही समय में हैनरी मॉन्स्टर के सामने आ जाता है और वह हैनरी पर हमला कर देता है और खीचते हुए उसको वाइंड मिल में ले जाता है और वहां से नीचे फेंक देता है। मगर हैनरी बच जाता है और मॉन्स्टर वहां पर फस जाता है , तभी सभी गाँव वाले उस मिल में आग लगा देते हैं जिससे मॉन्स्टर की मौत हो जाती है।
इस फिल्म का अंत हैनरी और ऐलिज़ाबेथ की शादी से हो जाता है और हैनरी अपने किये गए भयानक आविष्कार पर पछता रहा होता है क्योकि इसकी वजह से उसने अपना सबसे अच्छा दोस्त खोया होता है।