• About
  • Advertise
  • Careers
  • Contact
Friday, July 18, 2025
  • Login
No Result
View All Result
NEWSLETTER
Movie Nurture
  • Bollywood
  • Hollywood
  • Indian Cinema
    • Kannada
    • Telugu
    • Tamil
    • Malayalam
    • Bengali
    • Gujarati
  • Kids Zone
  • International Films
    • Korean
  • Super Star
  • Decade
    • 1920
    • 1930
    • 1940
    • 1950
    • 1960
    • 1970
  • Behind the Scenes
  • Genre
    • Action
    • Comedy
    • Drama
    • Epic
    • Horror
    • Inspirational
    • Romentic
  • Bollywood
  • Hollywood
  • Indian Cinema
    • Kannada
    • Telugu
    • Tamil
    • Malayalam
    • Bengali
    • Gujarati
  • Kids Zone
  • International Films
    • Korean
  • Super Star
  • Decade
    • 1920
    • 1930
    • 1940
    • 1950
    • 1960
    • 1970
  • Behind the Scenes
  • Genre
    • Action
    • Comedy
    • Drama
    • Epic
    • Horror
    • Inspirational
    • Romentic
No Result
View All Result
Movie Nurture
No Result
View All Result
Home Hindi

Sense and Sensibility – “मेरा दिल है, और हमेशा रहेगा, तुम्हारा”

by Sonaley Jain
October 10, 2020
in Hindi, Hollywood, Movie Review, old Films
0
Sense and Sensibility –  “मेरा दिल है, और हमेशा रहेगा, तुम्हारा”
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Sense and Sensibility एक अमेरिकन फिल्म जो 26 जनवरी 1996 को रिलीज़ हुयी थी और इसका निर्देशन एंग ली ने किया था।  यह फिल्म जेन ऑस्टेन द्वारा 1811 में लिखे गए सेंस एंड सेंसिबिलिटी नॉवेल पर आधारित है। इस फिल्म ने उस वर्ष सबसे ज्यादा कमाई की और सर्वश्रेष्ठ फिल्म बनी और दुनिया भर में $ 135 मिलियन की कमाई करने के साथ इसको सभी से सकारात्मक समीक्षा भी मिली। 

यह फिल्म एक ऐसे परिवार पर आधारित है जिसने बहुत ज्यादा अमीरी देखी और जब वक्त बदला तो इतनी गरीबी का सामान करना पड़ा कि जीने के लिए भी उन्हें संघर्ष करना पड़ता था हर दिन। यह कहानी है एक महिला और उसकी तीन खूबसूरत बेटियों की, जहाँ बेटियां प्रेम भी करती है और उनका दिल भी टूटता है फिर अंत में सब ठीक होकर विवाह भी हो जाता है, मगर वह हमेशा हर परिस्थितियों में अपनी हर बेटी का सहारा बनती है।  

Story – फिल्म की कहानी शुरू होती है मिस्टर डैशवुड से जो जो अपनी मृत्यु शैय्या पर है और वह अपनी पहली पत्नी के बेटे जॉन से वादा लेते हैं कि उसको ब्रिटिश लॉ की अनुसार सारी संपत्ति तभी मिलेगी जब वह अपनी सौतेली माँ और उनकी तीन बेटियों एलिनोर, मैरिएन और मार्गरेट की देखभाल करेगा, जॉन इसके लिए वादा करता है अपने पिता से। 

मगर जॉन की कंजूस, लालची और झगड़ालू पत्नी फैनी इस बात के विरुद्ध होती है और मिस्टर डैशवुड की मृत्यु के तुरंत बाद वह अपने पति जॉन के साथ एक बड़े घर में शिफ्ट हो जाती है। और अपनी सौतेली सास और ननद को दूसरा घर ढूंढने के लिए मज़बूर कर  देती है। 

कुछ दिनों के बाद फैनी अपने भाई एडवर्ड को उनके साथ रहने के लिए आमंत्रित करती है। कुछ ही समय में एडवर्ड और एलिनोर बहुत अच्छे दोस्त बन जाते हैं, जब यह बात फैनी को पता चलती है तो वह अपनी सास को कहती है कि उसका भाई बिना पैसे के एलिनोर से विवाह नहीं करेगा। 

श्रीमती डैशवुड अपनी बेटियों के साथ अक्सर बार्टन पार्क में आती जाती रहती है तो एक दिन उनकी मुलाकात कर्नल ब्रैंडन  से होती है जो पहली नज़र में ही मैरिएन को पसंद करने लगते हैं मगर मैरिएन को वो बिलकुल भी पसंद नहीं है और वह वहां से जल्दी ही घर वापस आ जाती है। 

एक दिन मैरिएन अपनी बहन मार्गरेट के साथ घूमने निकलती है और बारिश होने की वजह से वह फिसल कर गिर जाती है, तभी वहां से गुजर रहा जॉन विलॉबी उसको बचता है और घर लेकर आता है, उसको देखते ही मैरिएन को उससे प्रेम हो जाता है और वह काफी समय एक दूसरे के साथ बिताते हैं, लेकिन जब मैरिएन उसके साथ विवाह के बारे में सोचती है तभी दूसरे दिन जॉन विलॉबी लन्दन जाने के लिए निकल जाता है। 

 एक दिन जॉन की सास श्रीमती जेनिंग्स एक ट्रिप पर चलने के लिए अपनी बेटी और दामाद के साथ साथ एलिनोर, मैरिएन और मार्गरेट और लूसी को भी साथ लेकर जाती है जहाँ पर लूसी एलिनोर को उसके और एडवर्ड के पांच साल से चल रहे रिश्ते के बारे में बताती है। जब एलिनोर यह बात एडवर्ड से पूछती है तो वह स्वीकार करता है और कहता है कि एक वादे के तहत उसको लूसी से ही विवाह करना होगा।  यह जानकर ख़ुशी ख़ुशी एलिनोर अपने प्रेम  का बलिदान  कर देती है। 

लन्दन में  एलिनोर और मैरिएन की मुलाकात कर्नल ब्रैंडन से होती है, जहाँ वह एलिनोर  को बताता है कि जॉन विलॉबी ने मैरिएन से प्रेम तो किया है मगर वित्तीय परेशानियों के चलते उसको मिस ग्रे से विवाह करना पड़ा। जब यह बात मैरिएन  को पता चली तो उसने विलॉबी को भूलने का प्रयास किया और धीरे धीरे वह कर्नल ब्रैंडन के करीब आती गयी और दोनों में प्रेम हो गया। 

कुछ समय बाद एलिनोर को पता चलता है कि लूसी मिसेज फेरर्स बन गई हैं और उसको ऐसा लगता है कि  एडवर्ड से हो गया है। दुखी एलिनोर से एक दिन एडवर्ड मिलता है और उसको सब कुछ सच बताता है कि किसी कारण  वश लूसी का विवाह उसके छोटे भाई रॉबर्ट से हो गया, फिर एडवर्ड एलिनोर से कहता है, “मेरा दिल है, और हमेशा रहेगा, तुम्हारा” यह सुनकर एलिनोर को एडवर्ड के प्रेम का अहसास होता है और दोनों शीघ्र ही विवाह कर लेते हैं और वहीँ कुछ समय बाद मैरिएन और कर्नल ब्रैंडन का भी विवाह होता है और दूर से जॉन विलॉबी अपने पछतावे के साथ दोनों को शुभकामनाये देता है और वहां से चला जाता है। 

Songs & Cast –  इस फिल्म का संगीत पैट्रिक डॉयल ने दिया है और इसमें बेहद सुरीले और सदाबहार गाने हैं  –  ” Weep yo no more sad fountains “, “A Particular Sum”, ” My Fathers Favorite”, “All the delights of the Season”, ” All the Better for Her”, “Throw the Coins”, ” There is nothing Lost”,  आदि। 

इस फिल्म में एमा थॉम्पसन ने एलिनॉर डैशवुड का किरदार बड़ी ही खूबसूरती से निभाया है और उनका साथ  – केट विंसलेट ( मैरिएन डैशवुड), एलन रिकमैन ( कर्नल ब्रैंडन), इमोजन स्टब्स ( लुसी स्टील), ह्यूग ग्रांट ( एडवर्ड फेरर्स), ग्रेग वाइज ( जॉन विलोबी ), जेम्मा जोन्स ( श्रीमती डैशवुड), हरनीत वाल्टर ( फैनी डैशवुड), जेम्स फ्लीट ( जॉन डेशवुड), ह्यूग लॉरी ( श्री पामर) आदि अन्य कलाकारों ने दिया था। 

इस फिल्म की अवधि 2 घंटे 16 मिनट्स की है और यह फिल्म मिराज एंटरप्राइसेस और कोलंबिया पिक्चर्स कॉर्पोरेशन के तहत बनी हुयी है। 

Location – इस फिल्म की शूटिंग इंग्लैण्ड के अलग अलग जगहों पर की गयी है जैसे  -एफॉर्ड हाउस, प्लायमाउथ, डेवोन, Blickling Hall, Blickling, Norfolk,   मोंटैक्यूट हाउस, मॉन्टेक्यूट, समरसेट। 

Tags: Best Hollywood FilmClassic MovieEntertainmentkate winslet
Sonaley Jain

Sonaley Jain

Lights, camera, words! We take you on a journey through the golden age of cinema with insightful reviews and witty commentary.

Next Post
NeelKamal – बाबुल की दुआएं लेती जा, जा तुझको ख़ुशी संसार मिले

NeelKamal - बाबुल की दुआएं लेती जा, जा तुझको ख़ुशी संसार मिले

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended

डॉक्टर हू: द टीवी मूवी – एक दोषपूर्ण लेकिन आकर्षक प्रयोग

डॉक्टर हू: द टीवी मूवी – एक दोषपूर्ण लेकिन आकर्षक प्रयोग

2 years ago
Movie Nurture: Anastasia

Anastasia : 20 वीं सेंचुरी फॉक्स एनिमेशन की पहली फिल्म

4 years ago

Popular News

  • Movie Nurture: क्लासिक स्टार्स की आखिरी फिल्में: वो अंतिम चित्र जहाँ रुक गया समय

    क्लासिक स्टार्स की आखिरी फिल्में: वो अंतिम चित्र जहाँ रुक गया समय

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • इन गानों को ना भूल पाये हम – ना भूल पायेगी Bollywood!

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • Late Spring: ओज़ू की वो फिल्म जो दिल के किसी कोने में घर कर जाती है

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • जब तक फिल्म चुप थी, लोग दूर थे…जब बोली, सबके दिल से जुड़ गई!

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • Badavara Bandhu : क्लासिक मूवी कलेक्शन का एक अनोखा मोती

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दिलीप कुमार: वो पांच फ़िल्में जहाँ उनकी आँखों ने कहानियाँ लिखीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • Bride of Frankenstein (1935): सिर्फ एक मॉन्स्टर मूवी नहीं, एक मास्टरपीस है ये फिल्म!

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Connect with us

Newsletter

दुनिया की सबसे अनमोल फ़िल्में और उनके पीछे की कहानियाँ – सीधे आपके Inbox में!

हमारे न्यूज़लेटर से जुड़िए और पाइए क्लासिक सिनेमा, अनसुने किस्से, और फ़िल्म इतिहास की खास जानकारियाँ, हर दिन।


SUBSCRIBE

Category

    About Us

    Movie Nurture एक ऐसा ब्लॉग है जहाँ आपको क्लासिक फिल्मों की अनसुनी कहानियाँ, सिनेमा इतिहास, महान कलाकारों की जीवनी और फिल्म समीक्षा हिंदी में पढ़ने को मिलती है।

    • About
    • Advertise
    • Careers
    • Contact

    © 2020 Movie Nurture

    No Result
    View All Result
    • Home

    © 2020 Movie Nurture

    Welcome Back!

    Login to your account below

    Forgotten Password?

    Retrieve your password

    Please enter your username or email address to reset your password.

    Log In
    Copyright @2020 | Movie Nurture.