केवल प्रेम कहानी नहीं—‘अनमोल घड़ी’ में छुपा समाज और वर्ग का संदेश!
कल्पना कीजिए। साल 1946। देश आज़ादी की लड़ाई के आख़िरी दौर से गुज़र रहा है। हर तरफ उथल-पुथल, अनिश्चितता और ...
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शोले (1975) भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर है। यह सिर्फ एक साधारण एक्शन फिल्म नहीं है, ...
“एक मुसाफ़िर एक हसीना” 1962 की एक क्लासिक बॉलीवुड फ़िल्म है। राज खोसला द्वारा निर्देशित इस फ़िल्म में जॉय मुखर्जी ...
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