Vintage Films

1920 के दशक की एक सर्द शाम, मुंबई के चांदनी चौक में एक भीड़ जमा है। बीच सड़क पर एक विशाल सफेद कैनवास लटका हुआ है, और उस पर छाया-नट की तरह नाचते हुए काले-सफेद चित्र… यह दृश्य नहीं, ध्वनिहीन सिनेमा का जादू था। उस ज़माने में डायलॉग नहीं होतेContinue Reading

Movie Nurture: हिदेको ताकामाइन

गर्मी की एक सुबह, टोक्यो की सड़कों पर चलते हुए, एक युवती ने स्टूडियो के गेट पर खड़े होकर सपने देखे होंगे। उसकी आँखों में चमक थी, मगर चेहरे पर एक गहरी समझदारी—ऐसी समझदारी जो उम्र से बड़ी होती है। यह थी हिदेको ताकामाइन, जिसने सिर्फ पाँच साल की उम्रContinue Reading