1980s की मलयालम फिल्मों में राजनीतिक और सामाजिक विषयों का गहरा असर

1980 का दशक मलयालम सिनेमा के इतिहास में एक स्वर्णिम युग के रूप में याद किया जाता है। यह वह दौर था जब फिल्में सिर्फ […]

शशिधरन: ए टेल ऑफ़ लव, लॉस, एंड रिडेम्पशन

शशिधरन ശശിധരൻ 1950 की मलयालम भाषा की फिल्म है, जो टी जानकी राम द्वारा निर्देशित और स्वामी नारायणन द्वारा निर्मित है। यह फिल्म एन.पी. के […]

विवहिता: प्रेम, बलिदान और मुक्ति की एक उत्कृष्ट कहानी

विवहिता 1970 की एक मलयालम फिल्म है, जो एम. कृष्णन नायर द्वारा निर्देशित और थोपिल भासी द्वारा लिखित है। फिल्म में प्रेम नजीर, सत्यन, पद्मिनी […]

नवलोकम: सामाजिक मुद्दों से निपटने वाली पहली मलयालम फिल्म

नवलोकम 1951 में बनी मलयालम भाषा की फिल्म है, जो वी. कृष्णन द्वारा निर्देशित और पप्पाचन द्वारा निर्मित है। फिल्म में थिक्कुरिसी सुकुमारन नायर और […]

पद्मिनी: मलयालम सिनेमा की बहुमुखी अभिनेत्री और डांसर

पद्मिनी (1932-2006) मलयालम सिनेमा की सबसे लोकप्रिय और प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों और नर्तकियों में से एक थीं। उन्होंने तमिल, हिंदी, तेलुगु और रूसी सहित विभिन्न भाषाओं […]

अदूर भासी का जीवन और विरासत: एक बहुमुखी अभिनेता, लेखक और निर्देशक

अदूर भासी एक प्रसिद्ध अभिनेता, लेखक और निर्देशक थे जिन्होंने मलयालम सिनेमा में अपनी कॉमिक भूमिकाओं और मजाकिया संवादों के साथ एक स्थायी छाप छोड़ी। […]

बालन: मलयालम सिनेमा इतिहास में एक ऐतिहासिक फिल्म

बालन 1938 की मलयालम भाषा की ड्रामा फिल्म है, जो एस. नोटानी द्वारा निर्देशित और मुथुकुलम राघवन पिल्लई द्वारा लिखित है, जो ए. विगाथाकुमारन और […]

थारा താര भारतीय सिनेमा का एक छिपा हुआ रत्न: एक समीक्षा

मलयालम सिनेमा के क्षेत्र में, कुछ ऐसी फिल्में हैं जो रिलीज़ होने के दशकों बाद भी दर्शकों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ती हैं। […]

“ब्रेकिंग फ्री: द स्टोरी ऑफ़ प्रसन्ना” – 1951 मलयालम क्लासिक की समीक्षा

“प्रसन्ना” 1951 की एक मलयालम फिल्म है जो प्रसन्ना नाम की एक युवती की कहानी है जो अपने परिवार के खिलाफ जाकर अपने प्रेम को […]

अम्मा അമ്മ – माँ के बलिदान और अटूट प्यार की कहानी

अम्मा അമ്മ 1952 की मलयालम फिल्म, जिसका निर्देशन जाइरस पॉल विक्टर ने और निर्माण टी.ई. वासुदेवन ने किया और यह फिल्म 6 दिसम्बर 1952 को […]