Movienurture :- Raj kapoor

Jagte Raho – जिंदगी ख्वाब है, ख्वाब में झूठ क्या और भला सच है क्या

जागते रहो हिंदी कॉमेडी फिल्म भारतीय सिनेमा में 1 जनवरी 1956 में रिलीज़ हुयी थी और इसका निर्देशन शम्भु मित्रा और अमित मित्रा ने किया था। यह फिल्म उस ज़माने की एक सुपर हिट और सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म बनी थी।  इस फिल्म में निर्देशक ने एक गरीब किसान के शहर आने और उसने […]

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Movienurture :- sunil ditt

Padosan – मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है

कभी – कभी हास्य फिल्मे कुछ ऐसे संजीदा कलाकारों को लेकर बनती है, जिनके बारे में हम कभी सोच भी नहीं सकते हैं कि यह कलाकार कभी भी हास्य फिल्म कर सकते हैं।  पड़ोसन फिल्म ने यह बताया कि किस तरह से सुनील दत्त सबको हँसा भी सकते हैं।     पड़ोसन फिल्म 1968 में सिनेमा […]

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Purab Aur Paschim – विचारों में विभिन्नता का परिवेश

सिनेमा जगत की एक ऐसी फिल्म जिसने फिल्म के जरिये भारतीय संस्कृति को एक अलग पहचान देने की कोशिश की है। हम इंसान चाहे एक ही जैसे क्यों ना हो , मगर हमारी संस्कृति की भिन्नता ही हमें अलग पहचान  देती है।     पूरब और पश्चिम एक ऐसी ही फिल्म है जिसमे दो अलग – अलग संस्कृतियों […]

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Faraar – मै प्यासा तुम सावन, मै दिल तू मेरी धड़कन

फरार हिंदी  फिल्म भारतीय सिनेमा में 11 नवम्बर 1975 को रिलीज़ हुयी थी। इसका निर्देशन शंकर मुखर्जी ने किया था और इसके सुपरहिट होने के बाद इस फिल्म को मलयालम में प्रियदर्शन द्वारा परायुंमवाय परायथिरिक्कुमवय्या के रूप में रीमेक किया गया था। फिल्म एक क्राइम बेस्ड ड्रामा है और इसमें क्राइम के साथ – साथ […]

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Chupke Chupke – हास्य फिल्मो की एक किरण।

  कभी कभी कुछ फिल्मे ऐसी बनती हैं जो सिर्फ हमें हसाती  ही नहीं हैं, बल्कि हमारे दिलों में हमेशा के लिए जीवित हो जाती हैं। जब भी उस फिल्म का जिक्र करो तो पूरी कहानी सामने आ जाती है, वो भी एक मुस्कराहट के साथ।  चुपके चुपके, ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्मित एक ऐसी ही फिल्म […]

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Anand – जीने का जज़्बा, जिंदादिली से।

  फिल्मे जो हमें हमेशा आनंद देती हैं पर कभी – कभी यह हमें एक ऐसी सीख और सन्देश भी दे जाती है जो हमारी सोच में बदलाव लाती है। आनंद एक ऐसी ही फिल्म है, जिसने हमें जिंदगी का मूल्य समझाया।  आनंद – 1971 में रिलीज़ हुयी, कई अवॉर्ड विनिंग फिल्म है। इस फिल्म को ऋषिकेश […]

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Kala Pani – अपनों के लिए किये गए संघर्ष की कहानी

जब जीवन हमें कुछ पहलुओं से रूबरू करवाती है तो बहुत सारे संघर्ष करने पड़ते हैं उनसे निकलने के लिए। मगर जब बात अपनों की आती है तो हम कुछ भी कर जाते हैं अपनों को सुरक्षित रखने के लिए। यही सब कुछ हिंदी सिनेमा की एक फिल्म “काला पानी “ में दिखाया गया है।  यह फिल्म […]

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Do Beegha Zameen – जिंदगी के ताने – बाने में उलझती परिवार की खुशियाँ

जीवन एक  ऐसी पहेली है जो किसी के लिए खुशियों की बहार लेकर आती है तो किसी पर यह समस्यायों का  पहाड़ बनकर टूटती है।ऐसी ही एक फिल्म दो बीघा ज़मीन जिसमे जीवन से घिरे एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसकी समस्याएं उसके परिवार की हर खुशियों को खत्म कर देती है। मगर वह कभी भी […]

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Sadma – एक मासूम और अनसुलझी दास्ताँ।

सदमा 1983 में रिलीज़ हुयी भारतीय सिनेमा की एक अद्भुद फिल्म थी। इस फिल्म ने सभी का ध्यान एक ऐसे पहलू पर केंद्रित किया, जिसकी जानकारी हमें होती हो है मगर हम उसको इतनी तवज्जो नहीं देते।          सदमा फिल्म का निर्देशन बालू महेंद्र ने किया था, जिन्होंने तमिल सिनेमा को पुनर्जन्म  दिया। […]

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GolMaal – आने वाला पल जाने वाला है, हो सके तो इसमें

   फिल्मे जो हर तरह की होती हैं, कुछ हास्य भी होती हैं और हास्य होने के साथ – साथ  कुछ ऐसा भी  सीखा जाएं,जो सीख हमारे जीवन के साथ ही जुड़ जाए हमेशा के लिए। गोलमाल फिल्म, जो कुछ ऐसा ही बताती है।   गोलमाल फिल्म –  1971 में  रिलीज़ हुयी थी। यह फिल्म कम से कम एक […]

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