Movienurture: Bazzi

Baazi : बलराज साहनी द्वारा लिखित एक सुपरहिट फिल्म

देव आनंद द्वारा बनाई गयी एक सुपरहिट फिल्म बाज़ी (Gambling) 1951 की एक थ्रिलर फिल्म थी जिसमे जहाँ एक तरफ पिता की चाहत अपनी बेटी की खुशियों के लिए थी तो वहीँ दूसरी तरफ एक प्रेमी का समर्पण अपने प्रेम के लिये। बाज़ी एक क्लासिक बॉलीवुड हिंदी फिल्म है  जो भारतीय सिनेमा में 6 अप्रैल […]

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movienurture: boot polish

Boot Polish: नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है

बूट पोलिश 1954 में बनीएक ऐसी पारिवारिक फिल्म थी, जो दो छोटे – छोटे बच्चों पर आधारित थी। यह फिल्म 24 मार्च को बॉलीवुड सिनेमा में रिलीज़ हुयी थी। इस फिल्म को उस वर्ष की बेस्ट फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड से नवाज़ा गया था। फिल्म का बेहद लोकप्रिय गीत ” नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी […]

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Movienurture:Bhabhi

Bhabhi :बड़ों की जिम्मेदारियों और छोटों की नादानियों का समावेश

भाभी एक पारिवारिक हिंदी बॉलीवुड फिल्म है, जो 1957 में रिलीज़ हुयी। यह फिल्म उस साल की आठवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। यह फिल्म 1954 में आयी एक बंगाली फिल्म बंगा कोरा का रीमेक है और यह कहानी प्रभाती देवी सरस्वती के उपन्यास बीजिला पर आधारित है। यह फिल्म बंगाली से पहले […]

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Movienurture:-Gumnaam

Gumnaam – दिलों में राज़ करने वाली एक थ्रिलर फिल्म

कुछ फिल्में रहस्य से भरी हुयी होती हैं। जिन्हे देखकर आपका दिमाग भी कई अलग -अलग  दिशाओं में सोचने का कार्य करने लगता है। आप अपने जीवन में आयी हुयी कई परेशानियों का हल अलग -अलग दिशाओं में सोचकर निकाल ही लेते हैं।  “गुमनाम ” एक हिंदी थ्रिलर फिल्म जो 1965 में रिलीज़ हुयी और यह फिल्म 1939 […]

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Movienurture :- Angulimaar

Angulimaal – बुद्धम् शरणम् गच्छामि

Angulimaal 1960 में भारतीय सिनेमा में रिलीज़ हुयी एक सुपरहिट हिंदी फिल्म है, जिसका निर्देशन विजय भट्ट द्वारा किया गया था। यह फिल्म एक हिंदी पौराणिक कथा पर आधारित है।  यह फिल्म एक ऐसी कथा पर आधारित है जो हमें सिखाती है कि किस तरह जीवन में बहुत बड़े कर्म करने पर भी जीवन हमें सुधरने और सब कुछ […]

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Movienurture:- Raj kapoor

Shree 420 – एक साधारण से जीवन की कहानी

 एक साधारण सा जीवन जीने वाला इंसान, जिसने अपने जीवन के हर पहलू का ताना – बाना बड़ी ही उम्मीदों  से बुना होता है।  जहाँ कहीं गम होते हैं तो वहीँ पर खुशियों की एक लौ  भी जलती है।  हमेशा जीवन में कुछ आभाव होते हैं , मगर वहां पर एक संतुष्टि की भी रोशनी […]

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Movienurture :- Raj kapoor

Jagte Raho – जिंदगी ख्वाब है, ख्वाब में झूठ क्या और भला सच है क्या

जागते रहो हिंदी कॉमेडी फिल्म भारतीय सिनेमा में 1 जनवरी 1956 में रिलीज़ हुयी थी और इसका निर्देशन शम्भु मित्रा और अमित मित्रा ने किया था। यह फिल्म उस ज़माने की एक सुपर हिट और सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म बनी थी।  इस फिल्म में निर्देशक ने एक गरीब किसान के शहर आने और उसने […]

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Movienurture :- Meena Kumari

Pakeezah – मासूम मोहब्बत की कहानी।

भारतीय सिनेमा ने पूरी दुनिया में अपना एक अलग ही रुतबा कायम किया हुआ है। हर दशक में कलाकारों ने अपनी अदाकारी से एक नया आयाम प्रस्तुत किया है।  हम समीक्षा करेंगे एक ऐसी ही अद्भुत फिल्म की, जिसने हिंदी सिनेमा को एक नयी सोच दी…… पाकीज़ा,  कभी ना कभी इस फिल्म का नाम सभी ने सुना […]

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Movienurture :- sunil ditt

Padosan – मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है

कभी – कभी हास्य फिल्मे कुछ ऐसे संजीदा कलाकारों को लेकर बनती है, जिनके बारे में हम कभी सोच भी नहीं सकते हैं कि यह कलाकार कभी भी हास्य फिल्म कर सकते हैं।  पड़ोसन फिल्म ने यह बताया कि किस तरह से सुनील दत्त सबको हँसा भी सकते हैं।     पड़ोसन फिल्म 1968 में सिनेमा […]

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Purab Aur Paschim – विचारों में विभिन्नता का परिवेश

सिनेमा जगत की एक ऐसी फिल्म जिसने फिल्म के जरिये भारतीय संस्कृति को एक अलग पहचान देने की कोशिश की है। हम इंसान चाहे एक ही जैसे क्यों ना हो , मगर हमारी संस्कृति की भिन्नता ही हमें अलग पहचान  देती है।     पूरब और पश्चिम एक ऐसी ही फिल्म है जिसमे दो अलग – अलग संस्कृतियों […]

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